Chilli Benefits For Heart: मिर्च खाना है फायदेमंद, हार्ट अटैक से मौत का ख़तरा 60% कम
Chilli Benefits For Heart: भारतीय खाने में मिर्च एक अहम भूमिका निभाती है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक के इलाकों के व्यनजनों में आपको मिर्च का इस्तेमाल ज़रूर मिलेगा। मिर्च न सिर्फ खाने का स्वाद बदल देती है बल्कि ये कई तरह से स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती है। जी हां, आपने बिल्कुल ही पढ़ा। मिर्च न सिर्फ खून को साफ करने का काम करती है बल्कि ये दिल के लिए भी मददगार है।
एक अध्ययन में पता चला है कि मिर्च खाने से दिल की बीमारी से मौत का ख़तरा कई गुना कम हो जाता है। 23 हज़ार लोग इस अध्ययन का हिस्सा थे, जिसमें ये पाया गया कि अगर रोज़ाना मिर्च का सेवन किया जाए तो स्ट्रोक का ख़तरा 61 प्रतिशत कम हो जाता है। साथ ही इससे हृदय रोग से मरने का जोखिम भी 44 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
मिर्च में ऐसा क्या है?
मिर्च में कैपसाइसिन (capsaicin) नाम का एक रसायन होता है, जो सूजन को कम करने में मदद करता है। पहले लेखक इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च, हॉस्पिटलाइज़ेशन एंड हेल्थ केयर की डॉ. मारियालौरा बोनाकियो, (IRCCS) ने बताया, “एक दिलचस्प तथ्य ये है कि मृत्यु के जोखिम से सुरक्षा के लिए हर इंसान अपनी डाइट में क्या खा रहा है, इसका बड़ा असर पड़ता है। इसका मतलब ये हुआ कि कोई सेहतमंद मेडिटरेनीयन डाईट खा रहा हो या फिर अनहेल्दी खाना, इन सभी में मिर्च अहम रोल अदा करेगी।
अध्ययन के परिणामों से पता चला कि जो लोग मिर्च कम खाते हैं उनकी तुलना में जिन लोगों ने हफ्ते में कम से कम चार बार मिर्च का सेवन किया, आठ साल तक उनकी मृत्यु का खतरा कम हो जाता है। कुछ रिसर्च की मानें तो मिर्च के सेवन से कैंसर और डायबिटीज़ का ख़तरा भी कम होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह आंत के बैक्टीरिया को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है और इससे मोटापे से निपटना आसान हो जाता है।
इटली की यूनिवर्सिटी ऑफ इंसुब्रिया की प्रोफेसर लिसिया इंआकोविलो, ने कहा, “मिर्च हमारे खाने का अहम हिस्सा रही है। आपको ये अक्सर इटली की बालकनी में लटकती नज़र आ जाएंगी, यहां तक कि जूलरी में भी इसकी डिज़ाइन पॉपुलर है।” सदियों से, सभी तरह के लाभकारी गुण इसके सेवन के साथ जुड़े हुए हैं, अधिकतर जादू-टोना या जादू न कहें तो परंपराओं के आधार पर।
वहीं, इसी तरह की एक रिसर्च में पाया गया कि मिर्च खाने से आपकी उम्र बढ़ती है। अध्ययन का हिस्सा रहे मेडिकल छात्र मुस्तफा चोपन, ने समझाया, “क्योंकि हमारा अध्ययन पिछले निष्कर्षों की सामान्यता में जोड़ता है, इसलिए आगे चलकर ऐसा भी हो सकता है कि डाईट में मिर्च या मसालेदार खाने की सलाह दी जा सकती है।