23 November, 2024 (Saturday)

दिल्ली में कोरोना की दस्तक

चार साल बीत जाने के बाद कोरोना अब भी वैश्विक स्वास्थ्य के लिए बड़ा जोखिम बना हुआ है। समय-समय पर इसके मामलों में इजाफा देखा जाता रहा है। नवंबर-दिसंबर 2023 के बाद कोरोना की रफ्तार नियंत्रित नजर आ रही थी, हालांकि हालिया रिपोर्ट्स में एक बार फिर से संक्रमण बढ़ने की खबर है।

पिछले दो दिनों से संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी रिपोर्ट की जा रही है। इतना ही नहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मई 2023 के बाद पहली बार एक दिन में संक्रमण के मामलों में उछाल दर्ज की गई है। गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में कोरोना के 63 नए मामले सामने आए हैं।

दिल्ली के साथ-साथ राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित अन्य उत्तरी राज्यों में भी संक्रमण के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।  पिछले 15 दिनों में दिल्ली में कोविड-19 के 459 मामले दर्ज किए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में भी संक्रमण में उछाल आया है, पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा भी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को कोरोना से बचाव को लेकर सावधानी बरतते रहने की सलाह दी है।

बढ़ते संक्रमण को लेकर अलर्ट

विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान में उतार-चढ़ाव और नए वैरिएंट्स की संक्रामकता दर के कारण फिर से कोरोना के मामलों में उछाल देखा जा रहा है। कोरोना को लेकर हाल में हुए अध्ययनों में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताते हुए कहा था, वायरस खुद को जीवित रखने के लिए लगातार म्यूटेट हो रहा है, ऐसे में भविष्य में और नए वैरिएंट्स आने और इसके संक्रमितों की संख्या में उछाल का खतरा हो सकता है।

भले ही आपका वैक्सीनेशन हो गया है, फिर भी कोरोना से बचाव को लेकर सावधानी बरतते रहने की सलाह दी गई है।

ओमिक्रॉन का JN.1 वैरिएंट प्रमुख कारण 

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कोरोना के नए म्यूटेंट पहले की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकते हैं और इसके कारण संक्रमण के मामलों में वृद्धि की भी आशंका है। फिलहाल पिछले एक साल में कोरोना के मामलों में उछाल के लिए मुख्यरूप से ओमिक्रॉन के JN.1 वैरिएंट को प्रमुख कारण माना जाता रहा है। इस वैरिएंट की संक्रामकता दर अधिक देखी जाती रही है पर ये गंभीर रोगों का कारण नहीं बन रहा है।
हालांकि बड़ा सवाल ये है कि उत्तर भारत में अब गर्मियों की शुरुआत हो रही है, अधिक तापमान वाले माहौल में संक्रमण के उछाल का क्या कारण हो सकता है?

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *