तन और मन दोनों को भायेगा ये इंद्रधनुषी गाजर, जानिए इनके औषधीय गुण
4 अप्रैल को विश्व गाजर दिवस मनाया जाता है, इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को गाजर के फायदों से जागरूक करना है. जब आप गाजर के बारे में सोचते हैं तो लाल, नारंगी रंग तुरंत ही मन में आ जाता है. हालांकि, ऐसी कई किस्में उपलब्ध हैं जिनके अलग-अलग रंग हैं – सफेद, हाथी दांत, पीला, लाल या बैंगनी और काला कह सकते हैं इंद्रधनुषी गाजर बाजार में उपलध है.
पहले तक विदेशों में पाई जाने वाली विशेष किस्म के विषय में सुना करते थे. लेकिन इनकी खेती भारत में भी की जा रही है. यह गाजर आकर्षण के साथ ही औषधीय गुणों से परिपूर्ण भी होती है. भारतीय अनुसंधान संस्थान (आईओआई जहर) ने 8 साल की मेहनत के बाद लाल, काली, पीली, नारंगी और बहुरंगी गाजर की शाखाएँ विकसित की हैं.
किस रंग के गाजर का क्या है महत्व
लाल गाजर
भारत में लाल गाजर बहुतायत उगाए जाते हैं, भारत में अक्टूबर-नवंबर महीने में गाजर की बुआई होती है. शीत ऋतु में सेवन करने वाले लाल गाजर में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, और ह्रदय स्वस्थ रहता है.
बैंगनी गाजर
बैंगनी या काली गाजर इसकी अन्य प्रजातियों से ज्यादा पौष्टिक एवं स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है. बैंगनी गाजर में फाइबर, पोटेशियम, विटामिन सी, मैंगनीज, विटामिन ए और तमाम विटामिन बी की पर्याप्त मात्रा होती है. इसमें भी कैलरी सीमित मात्रा में होती है. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर बैंगनी गाजर कैंसर, ह्रदय-रोग, मानसिक समस्याएं और एजिंग की समस्या में लाभकारी होता है.
पीली गाजर
पीले रंग की गाजर अन्य रंग के गाजर से ज्यादा मीठी होती है. इसके पीला रंग इसमें उपस्थिति ल्युटिन के कारण है, जो आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद बहुत फायदेमंद है. यह बीटा-कैरोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है. बीटा-कैरोटीन के सेवन से आंखों को सूर्य की किरणों से रक्षा करता है. एवं त्वचा को भी चमकदार बनाता है.
नारंगी गाजर
स गाजर के उत्पादन की शुरुआत 1871 में मैसाचुसेट्स में हुई थी. गहरे नारंगी रंग के ये गाजर छह से आठ इंच लंबे होते हैं. डेनवर गाजर में युक्त एंटीऑक्सीडेंट आपकी आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन विटामिन ए में बदल देता है, जो शरीर में विटामिन ए की भरपूर मात्रा को मेंटेन रखता है
सफेद गाजर
सफेद गाजर में कैलोरी की सीमित मात्रा होती है, इसमें एंटी कैंसर प्रॉपर्टी पाई जाती है. इसके सेवन से लंग्स, ब्रेस्ट और कोलन कैंसर के खतरे कम रहते हैं. विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर यह गाजर त्वचा को सूर्य की हानिकारक रोशनी से सुरक्षित रखता है. इसमें निहित फाइबर की प्रचुर मात्रा पाचन क्रिया को सुचारु रखती है.