जानें, लॉन्गेविटी डाइट क्या है और क्यों कोरोना काल में यह महत्वपूर्ण है
आधुनिक समय में लोग सेहतमंद रहने के लिए सभी तरह के जतन करते हैं। इसके लिए लोग खानपान पर विशेष ध्यान देते हैं और जिम में घंटों वर्कआउट करते हैं। खासकर कोरोना काल में सेहत को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है। इस दौर में लोग इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए अपनी डाइट में विटामिन-सी युक्त फल-सब्जियों और काढ़ा का सेवन करते हैं। इनसे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जबकि खराब दिनचर्या, गलत खानपान, तनाव और आलसपन की वजह से कई बीमारियां जन्म लेती हैं। इनसे न केवल सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, बल्कि आयु भी घटने लगती है। अगर आप भी सेहतमंद रहना चाहते हैं और लंबी उम्र जीने की इच्छा रखते हैं, तो लॉन्गेविटी डाइट को अपना सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो लॉन्गेविटी डाइट के सेवन से आयु बढ़ती है। साथ ही सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं कि लॉन्गेविटी डाइट क्या है और कैसे यह सेहत के लिए फायदेमंद है-
लॉन्गेविटी डाइट क्या है
जैसा कि हम सब जानते हैं कि आधुनिक समय में लोग सेहतमंद रहने के लिए कई प्रकार की डाइट का सहारा लेते हैं। इनमें एक डाइट लॉन्गेविटी डाइट है। इस डाइट में वेज और नॉन वेज दोनों खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाता है। हालांकि, नॉन वेज में केवल और केवल ओमेगा-3 युक्त मछलियां खाने की सलाह दी जाती है। इसमें सीफ़ूड जैसे सैल्मन, टूना, मेकरेल का सेवन कर सकते हैं। जबकि वेज में तली भुनी चीज़ों से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
आमतौर पर यह डाइट 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए बनाया गया है। हालांकि, अगर आप सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो आप लॉन्गेविटी डाइट को अपना सकते हैं। इस डाइट में 12 घंटो के दौरान ही खाने की सलाह दी जाती है यानी सुबह 8 बजे से लेकर 8 बजे शाम के दौरान ही खाना खाएं।
लॉन्गेविटी डाइट के फायदे
-विशेषज्ञों की मानें तो लॉन्गेविटी डाइट के सेवन से बढ़ते वजन में आराम मिलता है। अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं और नियंत्रित करना चाहते हैं, तो लॉन्गेविटी डाइट को जरूर फॉलो करें।
-इस डाइट से उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है।
-विशेषज्ञों का कहना है कि लॉन्गेविटी डाइट डायबिटीज में फायदेमंद है।