23 November, 2024 (Saturday)

गाय के दूध में पहली बार मिला जानलेवा H5N1 वायरस

H5N1 बर्ड फ्लू विश्‍वभर में एक नए खतरे की तरह मंडरा रहा है। एक्‍सपर्ट इसे कोविड से भी 100 गुना ज्‍यादा खतरनाक बता चुके हैं। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नए खुलासे ने एक्‍सपर्ट को एक बार फ‍िर से चिंता में डाल दिया है। वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के मुताबिक बर्ड फ्लू का H5N1 वायरस गाय के कच्चे दूध में पाया गया है।

हालांकि इस बारे में वायरस दूध में कितने समय तक जिंदा रह सकता है। इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। इस रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सावधानी बरतते रहने की सलाह दी है।ऐसे में सवाल उठता है क‍ि बर्ड फ्लू के कहर के बीच क्या गाय का दूध पीना सुरक्षित है?

यहां का है ये मामला हाल ही में अमेरिका के टेक्सास में कुछ डेयरी गाय बर्ड फ्लू से संक्रम‍ित हो गई थी। वहां के एक डेयरी फॉर्म में गायों की देखभाल करना वाला व्‍यक्ति भी इस बीमारी की चपेट में आ गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता जताते हुए कहा है क‍ि यह इस तरह का पहला मामला है। जहां पहली बार गाय के जरिए क‍िसी इंसान को ये बीमारी हुई है।

कैसे दूध में म‍िला वायरस हालांक‍ि गाय के दूध में वायरस म‍िलने वाला मामला अमेरिका में म‍िला है। यह वायरस मार्केट में मिलने वाला पैकेटबंद दूध पाश्चुराइज्ड मिल्क में पाया गया है। पाश्चुराइज्ड मिल्क का मतलब होता है जब गाय के दूध को स्‍टोर करने के बाद गर्म करके तुरंत ही ठंडा किया जाता है ताक‍ि इसमें मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया खत्‍म हो जाए। इसके बाद इसे पैक करके मार्केट में बेचने के लिए भेज दिया जाता है। यह वायरस इसी इसी पाश्चुराइज्ड दूध में पाया गया है। जिसके बाद विशेषज्ञों की चिंता बढ़ गई है।
H5N1 फ्लू क्‍या है? एवियन इन्फ्लुएंजा यानी H5N1 एक तरह का पक्षियों में पाया जाने वाला फ्लू का वायरस है, इसलिए इसे बर्ड फ्लू भी कहा जाता है। यह वायरस इसल‍िए खतरनाक माना जाता है क्‍योंक‍ि यह मनुष्यों और अन्य जानवरों को भी आसानी से संक्रमित कर सकता है।

गाय-भैंस दूध पीना कितना खतरनाक?

अमेरिका की बीमारी रोकथाम संस्था CDC का कहना है जो बीमार जानवरों के आसपास नहीं रहते हैं, उनके ल‍िए ल‍िए खतरे की बात नहीं है। फिलहाल स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि आप सिर्फ पाश्चराइज्ड दूध ही पिएं.

अगर आप पेस्ट्राइज्ड दूध पीते हैं तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। अमेरिका जैसे देशों में दूध बेचने से पहले उसे पाश्चराइज्ड करना बेहद जरूरी होता है और ये प्रक्रिया बर्ड फ्लू जैसे वायरस से बचाती है।

कच्‍चा दूध पीने से परहेज करें

विशेषज्ञों का मानना है क‍ि क‍िसी भी स्थिति में कच्चा दूध नहीं पीना चाहिए। कच्चे दूध में ऐसे खतरनाक बैक्टीरिया होते हैं जो बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं या कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को बीमार कर सकते हैं। इसल‍िए दूध को हमेशा गर्म करने के बाद एक उबाल आने के बाद ही इस्‍तेमाल में लें।

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