खुश रहना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए जरूरी, योग से ऐसे पाएं डिप्रेशन से छुटकारा
अपने अंदर के बच्चे को जिंदा रखिए, हद से ज्यादा समझदारी जीवन को बोझिल कर देती है। आप किसी भी उम्र के हो जीवन में कितनी भी बड़ी परेशानी क्यों ना हो… हंसना-मुस्कुराना भूलना नहीं चाहिए.. क्योंकि यही मुस्कान आपको मुसीबतों से लड़ने की हिम्मत देगी। लेकिन अक्सर लोग छोटी-छोटी बातों को इतना बड़ा बना देते हैं, दिल और दिमाग में इस तरह बिठा लेते हैं कि उन्हें खूबसूरत सी जिंदगी भी बेकार लगने लगती है… और फिर अचानक से दुनिया छोड़ने का फैसला ले लेते हैं। तभी तो यूनाइटेड नेशन सुसाइड के मामले को लेकर फिक्रमंद है और 2030 तक आत्महत्या के एक तिहाई मामले को कम करने का टारगेट सेट किया है।
खतरनाक है भारत की स्थिति
एक तरफ पूरी दुनिया में खुदकुशी के मामले जहां कम हो रहे हैं। वहीं भारत में तो उल्टे बढ़ रहे हैं। पिछले तीन साल में साढ़े चार लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी जान ली। हाल ये है कि सुसाइड को लेकर सरकार को ‘राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति’ बनानी पड़ी है, ताकि ऐसे मामलों पर रोक लगाई जा सके.. ये मसला इतना गंभीर है कि सरकार ऐसे लोगों की बचाने के लिए हर जिले में डॉक्टर्स तैनात करने की तैयारी कर रही है।
योग करेगा खुश रहने में मदद
ये भी समझना होगा कि मुश्किलें तो हरेक के जीवन में हैं लेकिन खुशहाल जिंदगी वहीं जीते हैं जो हर हाल में खुश रहना जानते हैं। रोजाना योग-प्राणायाम करते हैं, क्योंकि रिसर्च भी यही बताते हैं कि योग आपको जीना सिखाता है। हाल ही में भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे, टीवी एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा ने सुसाइड करके लोगों को चौंका दिया। इसके पहले भी कुलजीत रंधावा, वैशाली ठक्कर, प्रत्युषा बैनर्जी ने सुसाइड किए हैं।
आत्महत्या के बढ़ते मामले भारत में
- 2019 – 1,39,123
- 2020 – 153052
- 2021 – 164033
- 3 साल में 4.5 लाख से ज्यादा आत्महत्या
- हाउस वाइफ में सुसाइड टेंडेंसी ज्यादा
- UN का लक्ष्य–2030 तक एक तिहाई केस कम
डिप्रेशन से बढ़े खुदकुशी के मामले
- सरकार की पहल ‘आत्महत्या रोकथाम रणनीति’
- खुदकुशी के मामलों में 10% कमी का टारगेट
- हर जिले में होगी डॉक्टर्स की तैनाती
मूड स्विंग के लक्षण
- सिरदर्द
- मसल्स पेन
- पेट में ऐंठन
- इनडायजेशन
- इन्सोम्निया
- ब्रीदिंग प्रॉब्लम
डिप्रेशन के लक्षण
- रेटिना में बदलाव
- नींद नहीं आना
- बात-बात में गुस्सा
- आंखें कमजोर
- पाचन खराब
- सिरदर्द
हैप्पी रहेंगे, हेल्दी रहेंगे
- हार्ट अटैक का खतरा 39 % कम
- कार्यक्षमता में 72% इज़ाफा
- प्रतिरोधक क्षमता 52% बढ़ जाती है
- 8 साल उम्र बढ़ जाती है
हंसी का हेल्थ कनेक्शन
- 30% लोग ही रोज 20 बार मुस्कुराते हैं
- 18 साल तक के बच्चे रोज 400 बार हंसते हैं
- उम्र बढ़ने के साथ हंसना कम होता है
दूर होगा डिप्रेशन
- 8 घंटे की नींद लें
- कुछ देर धूप में बैठें
- पार्क में टहलें
- हॉबीज़ को पूरा करें
- सिर की मसाज करें
- योग जरूर करें
- मेडिटेशन फायदेमंद
डिप्रेशन पास नहीं आएग, जिंदगी में करें बदलाव
- खुद को बिज़ी रखें
- नए दोस्त बनाएं
- अच्छी किताबें पढ़ें
- थोड़ी देर टहलें
- संगीत सुनें
खुश कैसे रहें
- दूसरों की मदद करें
- हर घंटे 10 सेकंड
- स्ट्रेचिंग करें
- मीठा खाने से
- बढ़ती है खुशी
ब्रेन रहेगा एक्टिव, रोज रस पीएं
- एलोवेरा
- गिलोय
- अश्वगंधा
डिप्रेशन में फायदेमंद
- अखरोट
- ग्रीन टी
- हल्दी वाला दूध
- दही
- चने
- अलसी
डिप्रेशन में नुकसानदायक
- शराब
- एनर्जी ड्रिंक्स
- चाय-कॉफी
- स्मोकिंग