बढ़ते कोरोना के बीच क्यों हो रही है XBB1.16 वैरिएंट पर बात, जानें कोई बड़ी मुसीबत की आहट तो नहीं?
कोरोना के वायरस के मामले, तीन महीने बाद एक बार फिर से लगातार बढ़ रहे हैं। हालांकि, कल से मुकाबले कोविड मामलों में आज कुछ कमी आई है, लेकिन इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता कि आगे स्थिति क्या होगी। इसी बीच देश में कोविड के एक वैरिएंट XBB1.16 पर लगातार बात चल रही है। एक्सपर्ट्स भी इसे लेकर कई बातें बता रहे हैं तो, वैज्ञानिक इस बात की शोध पर हैं कि आखिरकार ये वैरिएंट कितना खतरनाक और संक्रामक हो सकता है। तो, जानते हैं इस कोविड वैरिएंट के बारे में विस्तार से।
क्या है कोरोना का XBB1.16 वेरिएंट-What is xbb 1.16 variant?
XBB1.16 वेरिएंट, असल में ओमिक्रॉन वैरिएंट ही है। खास बात ये है कि XBB1.16 वेरिएंट, ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ जो शरीर में इम्यूनिटी पैदा हुई थी, उसे छिपने में माहिर है। इसलिए, ये कोविड का टीका लगने के बाद भी लोगों में पैल रहा है। वहीं, एक्सपर्ट इसे ओमिक्रॉन का अतिरिक्त स्पाइक म्यूटेशन बता रहे हैं जो कि कुछ हद तक संक्रामक हो सकता है।
कोरोना के XBB1.16 वेरिएंट के लक्षण-Xbb 1.16 variant symptoms
XBB.1.16 वैरिएंट के लक्षण ज्यादातर लोगों में बंद नाक, सिरदर्द और गले में खराश जैसी ऊपरी श्वसन समस्याओं के रूप में सामने आ रहा है। इसके अलावा कुछ लोगों में बुखार और मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण भी महसूस होते हैं।
कोई बड़ी मुसीबत की आहट तो नहीं?
इस वैरिएंट को लेकर खास ध्यान देने वाली चीज ये है कि इस समस्या में लोगों में लंबे समय के लिए वायरल इंफेक्शन रह सकता है, पर स्थिति उतनी गंभीर नहीं होती कि आपको अस्पताल जाना पड़े। हालांकि, शोधकर्ताओं के पास इसे लेकर अभी कोई ठोस डेटा नहीं है। इसलिए जरूरी है कि आप बचाव के कदम उठाएं। मास्क पहनें, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें और लक्षण नजर आते ही टेस्ट करवाएं और डॉक्टर को दिखाएं। साथ ही समय-समय पर हाथों की साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन का खास ख्याल रखें।