09 April, 2025 (Wednesday)

यूपी में शिक्षकों को तबादला सूची के बाद अब आदेश का इंतजार, बेसिक शिक्षा परिषद ने किया यह दावा…

उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों का एक साल बाद अंतर जिला तबादला तो हो गया, लेकिन ज्वाइन करने का आदेश चार दिन बाद भी नहीं आया है। इससे शिक्षकों में खलबली मची है। उन्हें डर है कि तबादलों में हुईं खासी गड़बड़ियों को लेकर कोर्ट कहीं स्थगनादेश न जारी कर दें। प्रयागराज से भी एक उच्च प्राथमिक शिक्षक का प्राथमिक स्कूल फर्रुखाबाद में तबादला होने का मामला सामने आया है।

परिषदीय शिक्षकों के अंतर जिला तबादले की सूची 31 दिसंबर को जारी हुई थी, इसमें 21,695 शिक्षकों को पसंदीदा जिले में जाने का मौका मिला है। जिन शिक्षकों का तबादला हो चुका है, वे जल्द ही कार्यमुक्त होना चाहते हैं, लेकिन अब तक इस संबंध में कोई आदेश नहीं आया है। प्रदेश के आठ आकांक्षी जिलों में अफसरों ने प्राथमिकता के आधार पर सैनिकों के परिजनों का तो तबादला कर दिया, लेकिन विवाहित महिलाएं बड़ी संख्या में छूट गईं, जबकि कोर्ट ने उन्हें राहत देने का आदेश दिया था। कहा जा रहा है कि कम अंकों वाले सैनिकों के परिजन 20 अंकों से अधिक पाने वाली शिक्षिकाओं पर भारी पड़े हैं।

पारस्परिक सूची का भी पता नहीं : अंतर जिला तबादलों में शासनादेश की भी अनदेखी की जा रही है। सामान्य स्थानांतरण की सूची 31 दिसंबर को जारी हुई है, जबकि 9641 से अधिक पारस्परिक स्थानांतरण की सूची अभी तक जारी नहीं हो पाई है। हालांकि अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की ओर से दो दिसंबर, 2019 को जारी शासनादेश में कहा गया था कि सामान्य व पारस्परिक स्थानांतरण प्रक्रिया समानान्तर रूप से चलेगी, लेकिन अब पारस्परिक स्थानांतरण सूची जारी न होने से शिक्षक निराश हैं। यह सूची कब जारी होगी, इस संबंध में अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। आवेदकों का कहना है कि सूची जारी न करके सरकार उनकी अनदेखी कर रही है, इनमें अधिकतर महिलाएं हैं जो दूर के जिलों में सेवारत हैं।
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