सामान्य पेट दर्द समझकर न करें नजरअंदाज, मामूली गैस हार्ट अटैक की बन सकती है वजह, स्वामी रामदेव के जानें क्या है उपचार
रमजान के पाक महीने में रोजे रखने के बाद आज पूरे देश ईद मनाई जा रही है। लोग ईदगाह का रूख कर रहे हैं। जहां वो नमाज़ पढ़ेंगे और एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देंगे। आज का दिन बड़ा ही खास है क्योंकि आज अक्षय तृतीया भी है। लोगों ने तो अभी से लिस्ट भी बना ली होगी कि उन्हें गोल्ड की कौन कौन सी चीज़ें खरीदनी हैं। त्यौहार कोई भी हो एक चीज़ तो कॉमन होती है और वो है खुशी के साथ-साथ खाने पीने के लिए लज़ीज़ पकवान। अब जैसे ईद को ही ले लीजिए, आज लोग जमकर शीर खुरमा और सेंवईं का लुत्फ उठाएंगे।
लेकिन यहां ये भी ध्यान रखना होगा कि 29 दिन के रोज़े के बाद खाने में क्या एहतियात बरतनी है क्योंकि बहुत से लोग मीठा, तलाभुना, इतना खा लेते हैं कि शाम होते होते पेट पकड़कर घूमते नज़र आते हैं और वो लोग इसे मामूली पेटदर्द समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। इसी लापरवाही का नतीजा है कि देश में 100 में से 99 लोग गैस-एसिडिटी और इनडाइजेशन की परेशानी झेल रहे हैं।
बदहज़मी को मामूली मानकर हल्के में बिल्कुल नहीं लेना चाहिए, क्योंकि अगर वक्त रहते इसका इलाज ना हो तो आगे चलकर ये अल्सर,IBS,कोलाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी में तब्दील हो सकती है। हार्ट- शुगर के मरीजों को लगातार रहने वाली कब्ज़ जानलेवा भी हो सकती है। मामूली गैस हार्ट अटैक की वजह बन सकती है। सिर्फ यही नहीं नई स्टडी की माने तो कब्ज़ से बड़ी आंत का टीबी और इंटेस्टाइनल कैंसर तक हो सकता है।
इन सब परेशानियों से बचना है तो जरूरी ये है कि ज़बान के स्वाद पर कंट्रोल रखें, हेल्दी फूड खाएं ईद पर अगर मीठा, तला भुना खाना भी है तो लिमिट में खाएं और सबसे जरूरी है योग करे। आइए स्वामी रामदेव से जानते हैं।
ज़्यादा खाना
- गैस
- एसिडिटी
- खट्टी डकार
- पेट में दर्द
- मसल्स में ऐंठन
देश में इनडाइजेशन बड़ी प्रॉब्लम – 100 में से 99 को गैस-एसिडिटी
पाचन की परेशानी
- एसिडिटी
- गैस
- कब्ज
- लूज मोशन
- कोलाइटिस
- अल्सर
- ब्लोटिंग
पेट सेट – हेल्थ परफेक्ट
- सुबह उठकर गुनगुना पानी पीएं
- 1-2 लीटर पानी एक बार में पीएं
- पानी में सेंधा नमक और नींबू मिलाएं
- पानी पीने के बाद 5 मिनट स्ट्रेचिंग करें
कब्ज होगा दूर – फल खाएं
- पपीता
- सेब
- अनार
- नाशपाती
पेट होगा सेट – पीएं पंचामृत
- गाजर
- चुकंदर
- आंवला
- पालक
- टमाटर
- सबका जूस मिलाकर पीएं
आंत होगी मजबूत – आज़माएं गुलकंद
- गुलाब के पत्ते
- सौंफ
- इलायची
- शहद
- सब को मिलाकर पेस्ट बनाएं
- रोज़ 1 चम्मच खाएं
कब्ज़ की छुट्टी
- सौंफ और मिश्री चबाएं
- जीरा,धनिया,सौंफ का पानी लें
- खाने के बाद भुना अदरक खाएं
एसिडिटी होगी दूर
- लौकी-तुलसी का जूस पीएं
- बेल का जूस फायदेमंद
गैस होगी दूर
- अंकुरित मेथी खाएं
- मेथी का पानी पीएं
- अनार खाएं
- त्रिफला चूर्ण लें
- खाना अच्छे से चबाएं
सुधरेगा पाचन – पीएं पंचामृत
- जीरा
- धनिया
- सौंफ
- मेथी
- अजवाइन
- एक-एक चम्मच लें
- मिट्टी या कांच के ग्लास में डालें
- रात भर पानी में भिगोएं
- सुबह खाली पेट पीएं
- लगातार 11 दिन पीएं
हाज़मा होगा दुरुस्त – खाएं ड्राई फ्रूट्स
- अंजीर
- खूबकला
- मुनक्का
- अखरोट