स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक को सम्बोधित करते चेयरमैन व मंडलायुक्त लोकेश एम
सहारनपुर। मंडलायुक्त व स्मार्ट सिटी के चेयरमैन लोकेश एम की अध्यक्षता में हुई सहारनपुर स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में ई लाइब्रेरी डिजाईन, शहर के चार प्रवेश द्वारों के डिजाइन, जनमंच परिसर में मल्टीपल कार पार्किंग, खाताखेड़ी में कमर्शियल कॉम्पलेक्स का निर्माण,शहर के विभिन्न स्थानों पर डिजीटल एलईडी स्क्रीन लगाने सहित अनेक परियोजनाओं को हरी झंडी देते हुए कार्यदायी संस्थाओं से तुरंत कार्य शुरु कर जल्दी से जल्दी परियोजनाओं को पूरा करने के निर्देश दिए गए। सरकारी व गैर सरकारी विभिन्न संस्थाओं द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से भी अपना प्रजेंटेशन दिया गया।
यूपीपीसीएल के परियोजना प्रबंधक विकास त्यागी ने जनमंच में बनाये जाने वाले कंवेशन कम मल्टीपल कार पार्किंग का प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रजेंटेंशन प्रस्तुत किया। चेयरमैन लोकेश एम ने उक्त परिसर में केवल मल्टीपल कारपार्किंग बनाने के निर्देश दिए। इसके अलावा विकास त्यागी ने अंबेडकर स्टेडियम को स्मार्ट स्टेडियम बनाने के लिए मल्टीपल हॉल, स्मार्ट जिम, पवैलियन डवलपमेंट, मेन गेट स्मार्ट बनाने और फिटनेस एरिया विकसित करने संबंधी भी प्रजेंटेशन दिया। बोर्ड ने स्टेडियम को स्मार्ट बनाने की परियोजना पर तो अपनी मुहर लगायी लेकिन उसमें कहां, क्या-क्या होना है इसकी स्वीकृति से पहले स्मार्ट सिटी के चेयरमैन लोकेश एम और उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण स्टेडियम जाकर उसका स्थलीय निरीक्षण करेंगे। इसके अतिरिक्त यूपीपीसीएल द्वारा प्रस्तुत शहर के चार प्रवेशद्वारों के डिजाइन को भी स्वीकृति दी गयी।
स्मार्ट सिटी बोर्ड ने मेला गुघाल के सौंदर्यकरण का कार्य एसडीए, जीपीओ स्मार्ट रोड व शहर के ग्यारह जंक्शनों पर अंडर केबलिंग करने का कार्य पीडबल्यूडी, शहर के प्रवेश द्वारों का कार्य व जनमंच परिसर मल्टीपल कार पार्किंग का कार्य यूपीपीसीएल को करने की जिम्मेदारी दी गयी। अंबाला रोड स्थित बस स्टैंड पर मल्टीपल कारपार्किंग निर्माण का प्रोजेक्ट 50 करोड़ से अधिक होने के कारण प्रदेश शासन को स्वीकृति के लिए भेजने का निर्णय लिया गया। कोर्ट रोड पर निर्माणाधीन स्मार्ट रोड के बीच बने चैंबरों के बराबर में टायल आदि लगाने के कार्य को जनवरी के प्रथम सप्ताह तक पूरा करने के निर्देश भी कार्यदायी संस्था को दिए गए।
आईसीसीसी कमांड कंट्रोल संेटर से सम्बद्ध कैमरे लगाने की बड़ी परियोजना में देरी के लिए कार्यदायी संस्था के प्रति बोर्ड द्वारा नाराजगी जतायी गयी। चेयरमैन लोकेश एम ने कार्यदायी संस्था से जानना चाहा कि कैमरे व ट्रैफिक लाइट आदि के लिए वह पूरे शहर में कितने पोल लगा रहे है? संस्था के अधिकारी इस सवाल का सही जवाब नहीं दे पाये। स्मार्ट सिटी बोर्ड ने कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए कि वह शहर में कम से कम पोल लगाए। चूंकि स्मार्ट सिटी का मतलब जनता को सुगम यातायात उपलब्ध कराना है, और यदि पोल ज्यादा होंगे तो यातायात में बाधा आयेगी। बैठक में सरकारी विभागों के अलावा गाजियाबाद व देहरादून की गैरसरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्लास्टिक कचरे का निस्तारण कर टायल बनाने, तथा बायो गैस बनाने आदि के सम्बंध में प्रजेंटेशन दिए गए। चेयरमैन लोकेश एम ने आश्वस्त किया कि बोर्ड उन परियोजनाओं पर विचार करेगा।
बोर्ड बैठक में स्मार्ट सिटी चेयरमैन लोकेश एम के अलावा जिलाधिकारी अखिलेश सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ/नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष प्राधिकरण आशीष कुमार, मनोनीत डारेक्टर ज्ञानचंद झा व कृष्णमोहन, अपर नगरायुक्त राजेश यादव, अधिशासी अभियंता ट्रैफिक अमरेन्द्र गौतम, कंपनी सचिव शंकर तायल के अलावा अनेक विभागों के अधिकारी शामिल रहे।