नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में लिया गया फैसला
सहारनपुर। चौक नवाबगंज का नाम बदलकर बागेश्वर चौक और पुल खुमरान का नाम अब रामेश्वर सेतु होगा। इसके अलावा नखासा बाजार का नाम भी बदला जाएगा। बाजार का नया नाम क्या होगा, इस पर निर्णय बाद में लिया जायेगा। यह निर्णय मेयर संजीव वालिया की अध्यक्षता में नगर निगम में हुई नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया। बैठक में पुल जोगियान से चतरा पुल तक पुष्प विक्रेताओं द्वारा सड़क पर किये गये अतिक्रमण को हटाने का भी फैसला लिया गया। निगम के सभी विभागों द्वारा किये गये व्यय का पूर्ण विवरण एजेण्डें में न होने के कारण पार्षदों की मांग पर बैठक स्थगित कर दी गयी। नगर निगम कार्यकारणी की आगामी बैठक अब 26 नवम्बर को होगी।
निगम कार्यकारणी की बैठक में उप सभापति भूरा सिंह प्रजापति ने पुल खुमरान का नाम बदलकर रामेश्वर सेतु, पार्षद कंचन धवन ने चौक नवाबगंज का नाम बदलकर श्री बागेश्वर महादेव के नाम पर बागेश्वर चौक रखने का प्रस्ताव रखा। जबकि मेयर संजीव वालिया ने नखासा बाजार का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा। कार्यकारणी द्वारा उक्त तीनों प्रस्ताव पारित किये गये। पार्षद अनिल कुमार ने नगर निगम में डा. अम्बेडकर की प्रतिमा लगाने के सम्बन्ध में पूर्व में बोर्ड द्वारा पारित प्रस्ताव के सम्बन्ध में जानकारी मांगी गयी। मेयर व नगर आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे शासन-प्रशासन से किये गये पत्र व्यवहार की जानकारी से नगर कार्यकारणी को अवगत करायें। मेयर संजीव वालिया ने इस बात पर नाराजगी जताई कि अधिकारियों द्वारा अनेक मामलों में बोर्ड व नगर निगम कार्यकारणी की उपेक्षा की जा रही है। उन्होनें अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे नियमानुसार बोर्ड व कार्यकारणी को महत्वपूर्ण निर्णयों से अवश्य अवगत करायें।
इससे पूर्व कार्यकारणी में शामिल सभी पार्षदों द्वारा सफाई, सड़क निर्माण, सीवर और विद्युत सम्बन्धी मुद्दों पर चर्चा की गयी। पार्षद अनिल कुमार द्वारा श्रखलापुरी रोड पर एक कोलोनाईजर द्वारा काटी गयी कालोनी पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अनुदान लेकर आवास बनाने का मामला उठाया गया, जिस पर नगरायुक्त ने पीओ डूडा को निर्देश दिए कि वह तुरन्त स्थलीय जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें और यदि किसी कर्मचारी अधिकारी द्वारा इसमें अनियमितता की गयी है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायें।
पार्षद कंचन धवन ने शहर के प्रमुख चौराहों पर लगी पत्थर की प्रतिमाओं के स्थान पर कांस्य की प्रतिमा लगाने और सप्ताह में एक बार उनकी सफाई कराने की मांग की। पार्षद शहजाद मलिक ने डबनी वाला कब्रिस्तान की चार दीवारी बनवाने, अभिषेक अरोड़ा ने अपने वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढाने तथा प्रत्येक वार्ड में कम से कम एक सरकारी स्कूल में स्मार्ट क्लास बनाने, धोबी वाले तालाब का सौन्दर्यकरण करने तथा पुरानी चुंगी से नवाबगंज चैक तक वैन्डिग जोन बनाने की मांग की। पार्षद आशुतोष सहगल ने एबीडी एरिया की छोटी-छोटी गलियों में सड़क निर्माण का कार्य नगर निगम द्वारा कराने तथा हजीरा सराय में निगम की नौ बीघा जमीन पर निगम द्वारा कब्जा लेने की मांग की। इस पर मेयर व नगर आयुक्त ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे पूरी टीम के साथ जाकर उक्त भूमि पर कब्जा लेें। इसके अतिरिक्त पार्षद गुलशेर, नरेश रावत, मनोज जैन, गौरव चौधरी व रमेश छाबड़ा ने भी चर्चा में हिस्सा लिया।
एजेण्डे पर बोलते हुए पार्षद आषुतोष सहगल ने सवाल उठाया कि एजेण्डें में प्रत्येक विभाग द्वारा खर्च का पूरा ब्यौरा नहीं दिया गया। अतः एक सप्ताह बाद सभी विभागों से व्यय का पूरा विवरण मंगा कर बैठक की जाये। इस पर सर्व सम्मति से कार्यकारणी की आज की बैठक स्थगित कर 26 नवम्बर की तिथि निर्धारित की गयी। नगर आयुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने सभी विभागों को निर्देश दिये कि वे अगली बैठक के एजेण्डें में अपने-अपने विभाग का पूर्ण विवरण प्रस्तुत करें। कोरोना काल में निगम कर्मचारियों की मृत्यु पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गयी। बैठक में अपर नगरायुक्त राजेश यादव, जीएम जलकल मनोज आर्य, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रवीश चौधरी, अधिशासी अभियन्ता निर्माण आलोक श्रीवास्तव, प्रभारी सदन दिनेश यादव, लेखाधिकारी राजीव कुशवाहा सहित निगम के सभी अधिकारी मौजूद रहें।