Rice For Weight loss: इस तरह से पकाएंगे चावल, तो कम होगी कैलोरी!
Rice For Weight loss: अगर आप भी वज़न घटाना चाह रहे हैं, तो हमें यकीन है कि आप भी चावल को दुश्मन की नज़रों से देखते हैं। और ऐसा हो भी क्यों न? पॉलिश्ड सफेद चावलों का ग्लायसीमिक इंडेक्स काफी हाई होता है, कम फाइबर और पोषण, जो आपकी वज़न घटाने की सारी महनत पर पानी फेर सकते हैं। इन सब के बावजूद कई लोगों के लिए चावल न खाना एक बड़ा बलीदान होता है। स्वादिष्ट बिरयानी से लेकर, खीर, वेज पुलाओ, राजमा या छोले चावल, भारतीय रसोई की अहम डिश होती हैं। दिल से हम सभी ये चाहते हैं कि काश ऐसा होता कि हम चावल भी खा पाते और वज़न भी न बढ़ता।
अगर हम आपसे कहें कि चावल खाने से वज़न नहीं बढ़ता, बल्कि किस तरह खा रहे हैं उससे फर्क पड़ता है। जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा। अमेरिकन कैमिकल सोसाइटी द्वारा छापी गई एक रिसर्च के अनुसार, नारियल तेल और फ्रिज के इस्तेमाल से चावल की कैलोरी कम से कम 60 प्रतिशत घट जाती है।
ये है चावल बनाने का सही तरीका
तो ये बात साफ है कि अगर आप सही तरीके से चावल बनाते हैं, तो आपको उन्हें अपनी डाइट से बाहर निकालने की ज़रूरत नहीं है। यह सभी जानते हैं कि चावल कैलोरी से भरपूर होता है, लेकिन इसे सही तरीके से बनाने का एक स्मार्ट, आज़माया हुआ और परखा हुआ तरीका है जिससे इसमें मौजूद कैलोरी काफी कम हो सकती है। तो आपको बस इतना करना है कि चावल को पानी में उबालते वक्त उसमें एक चम्मच नारियल का तेल मिला देना है। इसे 30-40 मिनट तक पकाने के बाद फ्रिज में रख दें। अब इसे 12 घंटों तक फ्रिज में ही रहने दें और फिर निकालकर जैसे चाहे खाएं।
ऐसे काम करता है ये तरीका
चवाल में कार्ब के साथ पचने योग्य स्टार्च होते हैं जिन्हें प्रतिरोधी स्टार्च के रूप में जाना जाता है। मनुष्यों में प्रतिरोधी स्टार्च को पचाने के लिए ज़रूरी एंज़ाइम नहीं होते, इसलिए न तो ये चीनी में परिवर्तित होता है और न ही ऊर्जा के लिए शरीर द्वारा अवशोषित होता है। इसकी जगह यह छोटी आंत से गुज़रता है और कोलन में मेटाबोलाइज़ हो जाता है। असल में किसी भी खाने में जितना अधिक प्रतिरोधी स्टार्च होता है, शरीर उतनी ही कम कैलोरी को अवशोषित करता है। श्रीलंका के कॉलेज ऑफ कैमिकल साइंसेज़ के शोधकर्ताओं ने चावल के प्रतिरोधी स्टार्च पर रिसर्च की।
क्या है रिसर्च
रिसर्च टीम एक ऐसा तरीका खोजना चाहती थी, जो चावलों की कैलोरी सामग्री को कम करने में मदद करे। इसके लिए उन्होंने 38 किस्म के अलग-अलग चावलों को टेस्ट किया और अलग रेसीपी के साथ एक्पेरिमेंट किया। जो नुस्खा सबसे कारगर साबित हुआ, वह वही था जिसमें उन्होंने नारियल तेल और रेफ्रिजरेटर का उपयोग किया था।
गर्म उबले हुए चावलों में मौजूद ग्लूकोज़ काफी ढीला होता है, लेकिन जब चावल ठंडे हो जाते हैं, तो अणु खुद को ऐसे बंधन में बदल देते हैं, जो पाचन के लिए प्रतिरोधी होते हैं। इस तरीके से चावल बनाने में न सिर्फ कैलोरी कम होती है, बल्कि आपके शरीर में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को भी चावलों के ज़रिए भोजन मिलता है।
तो अगर आप भी चावल प्रेमी हैं, तो आपको अपनी डाइट से इन्हें हटाने की ज़रूरत नहीं है। बस चावलों को स्मार्ट तरीके से पकाना है।