कई राज्यों में दी जा रही कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील, जानें- स्कूल और कालेज खुलने के बारे में सारा अपडेट
भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के बीच, कई राज्यों के प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है। बता दें कि इन राज्यों में संक्रमण के मामले लगातार कम होते हुए नजर आ रहे हैं, जिसके चलते राज्य सरकारों ने नए नियमों के तहत स्कूल, कालेज सहित सार्वजनिक स्थानों को खोलने की अनुमती ले दी है। जानें किन राज्यों में दी गई छूट।
कर्नाटक के शिवमोग्गा में आंगनबाड़ियों में कक्षाएं जारी
कर्नाटक के शिवमोग्गा में आंगनबाड़ियों में कक्षाएं जारी होने जा रही हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक ने कहा, ‘हमने दूसरी लहर में आंगनवाड़ियों को बंद कर दिया था। उसके बाद हमने संस्थानों को खोलने के लिए सरकार के 50 फीसद शक्ति दिशानिर्देशों का पालन किया। अब, हम पूरी तरह से खुले हैं।’ उन्होंने बताया कि जिले भर के बच्चे स्वस्थ हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए कक्षाएं फिर से शुरु की जा रही हैं।
1 फरवरी से पुणे जिले में फिर से खुलेंगे स्कूल और कालेज
पुणे जिले में 1 फरवरी से स्कूल और कालेज फिर से खोलने जा रहे हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने बताया कि 1 फरवरी से पुणे जिले में कक्षा 1 से 8 के लिए, स्कूल का समय नियमित समय से आधा करके खोले जाएंगे, जबकि कक्षा 9 से 10 के लिए, स्कूल नियमित कार्यक्रम के अनुसार चलेगा। वहीं कालेज भी नियमित समय के अनुसार फिर से शुरू किए जाएंगे।
डिप्टी सीएम अजीत पवार ने आगे कहा कि स्कूल में आने के लिए अभिभावकों की सहमति लेना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि कक्षा 1 से 8 के लिए आगे का निर्णय अगली बैठक में लिया जाएगा।
हरियाणा सरकार ने नए नियमों के साथ इन जगहों से हटाए प्रतिबंध
हरियाणा में कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है। मामलों में आई कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने कोविड प्रतिबंधों में, नए नियमों के तहत ढील देने की शुरुआत कर दी है। मल्टीप्लेक्स, थियेटर अब राज्य में 50 फीसद की क्षमता के साथ खुले जाएंगे। यही नहीं 1 फरवरी से दसवीं से बारहवीं तक के स्कूलों सहित कालेज, विश्वविद्यालय, आईटीआई, पालिटेक्निक, कोचिंग सेंटर, लाइब्रेरी व अन्य ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट खोले जा रहे हैं।
हालांकि, सरकार ने यह भी कहा है कि बिना टीका वाले छात्रों को संस्थानों में श प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों को निर्देश दिया कि वे छात्रों को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक के साथ खुद को टीका लगवाने की सलाह दें।