काले रंग का ये खट्टा मीठा फल डायबिटीज पेशेंट के लिए है वरदान, सेवन करते ही धड़ाम से गिरेगा ब्लड शुगर लेवल
आजकल देश दुनिया में शुगर के पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। लाइफ स्टाइल से जुड़ी यह बीमारी लाइलाज है। अभी तक ऐसी कोई दवा नहीं आई है जो इसे पूरी तरह से खत्म कर दे। हालांकि इसे कंट्रोल ज़रूर किया जा सकता है। ऐसे में इस बीमारी को लेकर लोग बेहद सतर्क हो जाते हैं। डायबटीज़ को कई घरेलू उपायों के ज़रिए भी कम किया जा सकता है। इन्हीं देसी उपायों में से एक उपाय है जामुन का फल। जामुन स्वाद में थोड़ा मीठा, थोड़ा खट्टा और थोड़ा कसैला होता है, लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन जामुन का इस्तेमाल आयुर्वेद में भी बेहद कारगर बताया गया है। इसमें फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन ए, बी और सी पाए जाते हैं। ये सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। जामुन एक ऐसा फल है जिसका सेवन करना डायबिटीज पेशेंट के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। अगर शुगर के मरीज इस फल को अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो उनका शुगर लेवल काबू में रह सकता है। जानें मधुमेह के मरीज जामुन को किस तरह से डाइट में शामिल करें तो उनके लिए असरदार हो
ऐसे करें जामुन का इस्तेमाल
शुगर पेशेंट सबसे पहले जामुन के बीज को अच्छी तरह से पानी में धोकर सुखा लें। जब जामुन के बीज सूख जाएं तो उसे मिक्सी के जार में डालकर पीस लें। रोजाना सुबह खाली पेट दूध में एक छोटे चम्मच पाउडर को डालें। रोजाना ऐसा करने से मधुमेह के रोगियों का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करेगा। इसके साथ ही पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
जामुन खाने से अन्य फायदे
- पेट की समस्या में दिलाता है आराम- अगर आप जामुन का सेवन करेंगे तो पेट से संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं। अगर आप इसकी छाल का काढ़ा बनाकर पिएंगे तो पेट दर्द और अपच जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- इम्यूनिटी करेगा बूस्ट- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी जामुन मददगार है। इसका सेवन करने से शरीर में खून की कमी पूरी होती है। इसके साथ ही शरीर में खून का स्तर बढ़ने लगता है।
- पथरी की समस्या में देगा राहत- अगर किसी व्यक्ति को पथरी की समस्या है तो जामुन की गुठली उसमें असरदार है। पथरी से पीड़ित व्यक्ति को जामुन के पाउडर को दही में मिलाकर खाएं। ऐसा करने से आराम मिलेगा।