18 April, 2025 (Friday)

डायबिटीज में भूल कर भी ना करें इन 5 फलों का सेवन, तेजी से बढ़ा देंगे आपका शुगर लेवल

 डायबिटीज की बीमारी में डाइट कंट्रोल करना जरूरी होता है। दरअसल, डायबिटीज में कुछ भी ऐसा जो मीठा नहीं भी है और इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा है तो ये शुगर स्पाइक का कारण बन सकता है। ऐसे में फलों की बात करें तो, कुछ फल ऐसे हैं जिन्हें अनजाने में खाना भी शुगर बढ़ा सकता है। दरअसल, जिन फलों में आसानी से पचने वाला फाइबर होता है और इसमें शुगर होता है, तो ये डायबिटीज को असंतुलित कर सकता है। कैसे, जानते हैं।

डायबिटीज में कौन सा फल नहीं खाना चाहिए-Fruits to avoid in diabetes in hindi

1. केला

केला डायबिटीज के मरीजों को खाने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि केले में सिंपल कार्ब्स होने के साथ आसानी से पचने वाला फाइबर होता है। इसकी वजह से ये शुगर स्पाइक को आसानी से बढ़ा देता है और यही डायबिटीज को असंतुलित करने का कारण बनता है।

2. अंगूर

अंगूर डायबिटीज में खाने से बचना चाहिए। इसका नेचुरल शुगर भी शरीर में तेजी से शुगर स्पाइक बढ़ाता है और ये डायबिटीज को असंतुलित करता है। इसके अलावा इसका शुगर आसानी से खून में मिल जाता है और डायबिटीज के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

3. संतरा

संतरा यूं तो विटामिन सी से भरपूर फल है लेकिन, डायबिटीज में इसका सेवन कई बार शुगर को तेजी से बढ़ाने वाला हो सकता है। इसलिए, अगर आप डायबिटीज में संतरा खा भी रहे हैं तो हरे संतरे को चुनें जिसका रस खट्टा हो लेकिन, वो ज्यादा मीठा ना हो।

4. अनानास

अनानास डायबिटीज में शुगर स्पाइक को तेजी से बढ़ा सकता है। इसे खाने से डायबिटीज के लक्षण जैसे बार-बार पेशाब आना और अचानक भूख लगने को बढ़ा सकता है। साथ ही आपके शरीर को शुगर पचाने में मुश्किल हो सकती है जिससे  फास्टिंग शुगर बढ़ सकता है।

5. चिकू

चिकू बहुत ही मीठा फल है जिसे डायबिटीज के मरीजों को खाने से बचना चाहिए। ये शुगर स्पाइक का कारण  बनता है और डायबिटीज के मरीजों के लिए समस्या बढ़ता है। इसलिए आपको डायबिटीज में इन फलों के सेवन से बचना चाहिए। इसकी जगह आपको अनार, पपीता और अमरूद जैसे फलों का सेवन करना चाहिए।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *