Fennel Seed Health Benefit: वजन को कंट्रोल करने के साथ ही मुंह को फ्रेश भी रखती है सौंफ, जानिए फायदे
सौंफ एक बेहतरीन माउथफ्रेशर है, जिसे ज्यादातर लोग खाना पसंद करते है। आप होटल में खाना खाने जाते हैं तो खाने के बाद सौंफ परोसी जाती है ताकि आपका मुंह फ्रेश रहे। सौफ की तासीर ठंडी होती है। इसे खाना बेहद फायदेमंद होता है। सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई खनिज तत्व पाए जाते है। इसके अलावा इसकी सुगंध भी बहुत अच्छी होती हैं जिसे खाकर ताजगी का अहसास होता है। सौफ खाने को हजम करती है साथ ही आपकी याददाश्त भी बढ़ाती है। सौफ का पानी पीने से वजन कंट्रोल में रहता है। सौंफ के बीजों का इस्तेमाल सांस की बदबू को दूर करने के लिए भी किया जाता है। सौंफ महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है। स्तनपान कराने वाली महिला को सौंफ का सेवन करना चाहिए। बाल झड़ते है तो सौंफ खाना चाहिए। सौंफ त्वचा और हड्डियों दोनों के लिए फायदेमंद है। आइए जानते हैं कि सौंफ सेहत के लिए किस तरह फायदेमंद है और बीमारियों को दूर करने में भी कैसे मददगार है।
- स्तनपानकराने वाली महिला को सौंफ का सेवन करना चाहिए। अगर महिला को दूध कम आता है तो नियामित रुप से सौंफ का सेवन करना चाहिए।
- रात को नींद नहीं आती तो खाने के बाद सौंफ खाने की आदत डालें, रात को अच्छी नींद आएगी।
- बाल ज्यादा झड़ते हैं तो रोज सौंफ खाइए। बाल झड़ने की समस्या से निजात मिलेगी।
- याददाश्त कमजोर है या दिमगा तेज काम नहीं करता सौंफ खाइए, याददाश्त तेज रहेगी।
- बादाम, सौंफ और मिश्री को समान मात्रा में पीस लें। रोज रात को और दोपहर में खाना खाने के बाद इसका इस्तेमाल करने से याददाश्त तेज रहती है।
- पीरियड में परेशानी होती है तो सौंफ का सेवन करें। पीरियड अनियामित आता है तो तुरंत राहत मिलेगी।
- खाली पेट सौंफ खाने से खून साफ होता है और स्किन में निखार भी आता है।
- अगर आपके मुंह से बदबू आती है तो नियमित रूप से दिन में तीन से चार बार आधा चम्मच सौंफ खाएं। ऐसा करने से सांस की बदबू से राहत मिलेगी।
- सौंफ मेटाबॉलिजम को बढ़ावा देने और पाचन को ठीक रखने की क्षमता रखती है। इतना ही नहीं सौंफ वजन को भी कंट्रोल रखती है।
- शुगर को कंट्रोल रखती हैं सौंफ। ब्लड में शुगर के लेवल को कंट्रोल करने के लिए सौंफ के बीच बेहद फायदेमंद है।
- कब्ज की शिकायत रहती हैं तो सौंफ खाइए। ये आपके पाचन को दुरुस्त करके आपके पेट को ठीक रखेगी।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।