मास्टरबेशन से गर्ल्स/महिलाओं को होते हैं 6 चौकाने वाले फायदे
आंकड़े बताते हैं 95 प्रतिशत पुरुष और 89 प्रतिशत महिलाएं रोजाना मास्टरबेशन करती हैं। मास्टरबेशन सेक्स के बिना ऑर्गाज्म पाने का आसान तरीका है. ऑर्गाज्म हमेशा लाभदायक ही होता है. मास्टरबेशन को लेकर लोगों में कई तरह के सवाल रहते हैं. हम यहां पर मास्टरबेशन और ऑर्गाज्म से होने वाले फायदों के बारे में बात कर रहे हैं.
सेक्स में सबसे अहम होता है आर्गेज्म और उससे मिलने वाली शांति। मास्टरबेशन को लेकर लोगों में कई तरह के भ्रम होते हैं. अगर आप सेक्स नहीं करते हैं तो कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। मास्टरबेशन की बात जब होती है लोगों का ध्यान सिर्फ पुरुषों की तरफ ही जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है महिलाएं भी मास्टरबेशन (Female Masturbation) करती हैं। आंकड़े बताते हैं 95 प्रतिशत पुरुष और 89 प्रतिशत महिलाएं रोजाना मास्टरबेशन करती हैं। अक्सर आपने मास्टरबेशन के नुकसान के बारे में भी सुना हो लेकिन, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
एक शोध में पता चला है कि 18 से ऊपर उम्र की अधिकतर महिलाएं सप्ताह में कम से कम एक बार मास्टरबेशन करती हैं। 25 से 29 के बीच 7.9 प्रतिशत महिलाएं एक सप्ताह में 2-3 बार हस्तमैथुन करती हैं। वहीं 23.4 प्रतिशत पुरुष एक सप्ताह में 3-4 बार हस्तमैथुन करते हैं। यह भी पढ़ेंः मास्टरबेशन के बारे में तीन फैक्ट्स जिसे शायद आप नहीं जानते होगें। हम आपको मास्टरबेशन के 6 ऐसे फैक्ट बता रहे हैं जो महिलाओं के लिए फायदेमंद होते हैं।
पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत
कई सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि जो महिलाएं मास्टरबेशन करती हैं उनको पीरियड्स में होने वाले दर्द की समस्या नहीं होती है। इससे यह पता चलता है कि जो गर्ल्स या महिला मास्टरबेसन करती हैं उनको पीरियड्स में दर्द नहीं होता है।
सर्वाइकल कैंसर का खतरा कम
मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार जो महिलाए मास्टरबेशन करती हैं उनको सर्वाइकल इंफेक्शन बहुत कम होता है। अक्सर मास्टरबेशन करने वाली महिलाओं का गर्भाशय ज्यादा मजबूत होता है।
तनाव व डिप्रेशन से बचाव
महिलाओं को अॉर्गेज्म की समस्या से दो-चार होना ही पड़ता है। अगर गर्ल्स या महिला मास्टरबेशन करती है तो आर्गेज्म न होने के कारण होने वाले तनाव व डिप्रेशन से बच जाती हैं। इसका मतलब यह है कि जो महिलाएं मास्टरबेट करती हैं वो डिप्रेशन का शिकार कम होती हैं।
कुछ दिन पहले ही फिल्म वीरे दी वेडिंग में मास्टरबेशन सीन करने की वजह से फिल्म की कलाकार स्वरा भास्कर को ट्विटर पर ट्रोल किया गया जिन्होंने फिल्म में साक्षी नामक लड़की का किरदार निभाया है। सेक्स और सेक्सुएलिटी से जुड़ी बातों पर चर्चा करना या उनका उल्लेख भी करना अभी भी हमारे देश में एक असहज करनेवाली चीज मानी जाती है और ऐसे विषयों पर खूब हो-हल्ला मचता है। न केवल मास्टरबेशन बल्कि फोरप्ले या सेक्स के बारे में बात करना पाप की तरह गिनवाया जाता है। लेकिन क्या मास्टरबेशन अनहेल्दी है है? हमने इस बारे में एक सेक्सोलॉजिस्ट के विचार जानने की कोशिश की।
जे.जे. ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल, ग्रैंड हॉस्पिटल और मुंबई पुलिस अस्पताल से जुड़े प्रोफेसर और सेक्स हेल्थ फिजिशियन डॉ. दीपक के. जुमानी कहते हैं कि वह अपने हर मरीज़ को हस्तमैथुन या मास्टरबेशन करने की सलाह देते हैं।
मास्टरबेशन सामान्य, स्वस्थ और फायदेमंद अभ्यास है। ‘यह एक कार चलाने की तरह है और अगर आपके पास लाइसेंस है तो आप ड्राइव कर सकते हैं। लेकिन हर किसी को ड्राइविंग से जुड़ा अनुशासन पालने की आवश्यकता है। ठीक वैसे ही जैसे ग़लत दिशा में गाड़ी ना चलाना या ओवरटेक की कोशिश ना करना। मास्टरबेशन के साथ भी, आपको अनुशासन का ध्यान रखना चाहिए। सीमा का ख्याल रखें और खुद को चोट ना पहुंचाए, ना ही इसे जूनून की हद तक हावी होने दें। सभी पुरुष मास्टरबेशन करते हैं। दरअसल मैं अपने हर मरीज़ को भी ऐसा करने के लिए कहता हूं! मैं उनसे यह भी पूछता हूं कि वे कितनी बार मास्टरबेशन करते हैं, ताकि हम यह समझ सकें कि उन्हें संतुष्टि कैसे प्राप्त होती है।’