ब्रेस्ट साइज बढ़ाने और उसे सही शेप देने के लिए रोजाना करें ये 5 आसन
मार्केट में ब्रेस्ट साइज़ बढ़ाने के आजकल बहुत सारे ऑप्शन्स अवेलेबल हैं जैसे तरह-तरह के तेल, क्रीम, सक्शन कप और अब तो युवतियां व महिलाएं सर्जरी का भी सहारा ले रही हैं। लेकिन इनमें से किसी भी चीज़ को आजमाने से पहले एकबारगी योग को अपने रूटीन में शामिल करके देखें। जी हां, कुछ खास तरह के योग आसनों के माध्यम से आप कुछ ही हफ्तों में पा सकती हैं सुंदर और सुडौल शरीर। यहां बताए गए योग आसन ब्रेस्ट के फैट और ग्लैंडुलर टिश्यू को बढ़ाने का काम करते हैं। और कुछ आसन ब्रेस्ट को सपोर्ट करने वाले मसल्स को टोन करके उन्हें स्ट्रॉन्ग बनाते हैं। आइए जान लेते हैं इनके बारे में..
उष्ट्रासन
ये एक पीछे झुककर किया जाने वाला आसन हैं जिससे शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सुधरता है और ब्रेस्ट को शेप मिलता है। इसे करते वक्त आपको अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को अच्छी तरह से पीछे की ओर झुकाना है। इस आसन को आप अपनी सुविधानुसार घुटनों पर बैठकर करने के अलावा खड़े होकर भी कर सकते हैं। इस पोजीशन में कम से कम 10-15 सेकेंड रूकें रहें फिर वापस आएं। 3-5 जरूर करें। किसी तरह की तकलीफ या दर्द नहीं तो इसे 8-10 बार भी किया जा सकता है।
चक्रासन
चक्रासन करते वक्त भी आपके ब्रेस्ट एरिया के पास होने वाला खिंचाव वहां की मसल्स बनाने और उसकी ग्रोथ में मदद करता है। इस आसन को करते वक्त अपर बॉडी की तरफ ब्लड का फ्लो सही तरीके से होता है जिससे हर एक अंग स्ट्रॉन्ग होने के साथ टोन होता है। इसका अभ्यास भी 5-6 बार करें।
भुजंगासन
भुजंगासन पीठ दर्द और पेट का फैट कम करने में तो फायदेमंद है ही साथ ही इससे ब्रेस्ट को भी सही शेप दे दिया जा सकता है। इसके अलावा ये स्पाइन को मजबूत बनाता है। बस इसे करते वक्त ध्यान रखें कि इसमें शरीर के निचले हिस्से को मैट से लगाकर रखना है सिर्फ ऊपरी बॉडी को हाथों का सहारा लेते हुए उठाना है। सांस भरते हुए ऊपर की ओर उठें, पांच गिनने तक सांसों को रोककर रखें और फिर सांसों को छोड़ते हुए नीचे की ओर आएं। ऐसा 5-7 बार करने का प्रयास करें।
धनुरासन
धनुरासन ब्रेस्ट एरिया की ओर ब्लड फ्लो को बढ़ाता है जिससे वहां की मसल्स डेवलप होने के साथ ही स्ट्रॉन्ग होती हैं। इसके अलावा ये आसन थायरॉयड ग्लैंड्स की भी मसाज करता है। इसके रोजाना अभ्यास से कंधे मजबूत होते हैं और पेट व कमर के आसपास जमी चर्बी भी कम होती है। हाथों से पैर के पंजों को पकड़ें और सांस भरते हुए अपर बॉडी को उठाते हुए हाथ से पैरों को भी खीचें। कुछ सेकेंड तक होल्ड करें फिर सांस छोड़ते हुए आराम से नीचे की ओर आ जाएं।
गोमुखासन
गोमुखासन योग अभ्यास के दौरान आपके ब्रेस्ट एरिया के पास खिंचाव होता है। जिससे वहां की मसल्स बनती हैं और ओवरऑल अपर बॉडी की फ्ले्क्सिबिलिटी में सुधार होता है। इसके अलावा ये ब्रेस्ट के लचीलेपन को भी बढ़ाता है। इसे आप व्रजासन की स्थिति में बैठकर कर सकती हैं या फिर पैरों को क्रॉस करके भी। जिसमें आपको कंफर्ट हो उस पोजीशन में इसे करें। इसमें भी कम से कम 10-15 सेकेंड रूकें फिर नॉर्मल स्थिति में आ जाएं। इसे भी 6-7 बार करने की कोशिश करें।