दमा, डायबिटीज और डिप्रेशन, किसी कहर से कम नहीं हैं कोरोना के बाद बढ़ती ये बीमारियां
देश और दुनियाभर में कोरोना का कहर कम तो हुआ है लेकिन, खत्म नहीं हुआ है। भारत में तो पिछले 24 घंटे में भी 5 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। ऐसी स्थिति जब आप पूरा विश्व विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day 2023) मना रहा है और इसका थीम ‘Health for all’ तो सवाल ये है कि कोरोना के बाद अब कौन सेहतमंद बचा है। जी हां, दरअसल कोरोना होने के बाद लोगों को कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स हुए हैं जिससे लोग आज भी परेशान हैं। ऐसी स्थिति में आज के डालते हैं एक नजर कोरोना के बाद लोगों को परेशान करने वाली इन बीमारियों पर।
कोरोना के बाद कहर बनी ये बीमारियां-After effects of covid 19 in india in hindi
कोरोना के बाद लोगों में क्रोनिक डिसीस बड़ी तेजी से बढ़ी हैं। दुनियाभर में लोग इसके बाद अपने कई अंगों के खराब होने या डैमेज का असर महसूस कर रहे हैं। ये डैमेज सिर्फ फेफड़ों का ही नहीं है बल्कि, ये शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर भी देखने को मिलता है। जैसे कि
1. सांस से जुड़ी बीमारियां बढ़ी हैं
कोरोना के बाद लोगों में सांस से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ी है। ये बीमारियां अस्थमा यानी दमा ही नहीं है, बल्कि निमोनिया, लंग इंफेक्शन, ब्रोंकाइटिस और लंबे समय तक रहने वाला खांसी-जुकाम भी है।
2. बढ़े डायबिटीज रोगी
कोरोना के बाद जो लोग ठीक हो गए हैं, वो उस इलाज के कारण डायबिटीज के शिकार हो गए हैं। बहुत से मामलों में स्टेरॉयड दवाओं के इस्तेमाल के कारण लोगों में ये दिक्कत बढ़ी है। तो, कुछ लोग खराब लाइफस्टाइल और वर्क फ्रॉम होम की वजह से इस बीमारी के शिकार हो गए हैं।
3. दिल की बीमारियां
कोरोना के स्ट्रेस और खराब जीवनशैली ने भी लोगों को हाई बीपी का शिकार बना दिया है। इसके अलावा कोरोना के दौरान और उसके बाद लोगों में हार्ट अटैक और दूसरी बीमारियां भी तेजी से बढ़ी, जिसके वजह से आज कई स्वस्थ लोग दिल के मरीज बन चुके हैं।
4. मानसिक बीमारियां
कोरोना के बाद सबसे बड़े कहर के रूप में मानसिक बीमारियां सामने आई हैं। इसकी वजह से लोगों को ब्रेन फॉग और डिप्रेशन जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद से लोगों में एंग्जायटी डिसऑर्डर (anxiety disorder) भी तेजी से बढ़ा है और कुछ लोगों के जीवन का अब ये एक हिस्सा बन गया है।