ये जूस, पथरी-पीलिया को कर देगा छूमंतर, जानिए इसके रामबाण फायदे
जालौर. गर्मियों के मौसम की शुरूआत हो गई है. इस मौसम में अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है.जी हां आज हम आपको एक ऐसे देशी ड्रिंक के बार में बता रहे हैं,किसी वरदान से कम नहीं माना जाता है. गन्ने का जूस न सिर्फ प्यास बुझाता है, बल्कि अपने औषधीय गुण के कारण शरीर की कई बीमारियों से रक्षा भी करता है. आपको बता दें कि गन्ने में कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं. जो शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मदद कर सकते हैं.
आयुर्वेद डॉक्टर श्रीराम वैध बताते है कि देसी कोल्ड ड्रिंक्स की जमात में गन्ने का जूस सबसे उपर आता है. आयुर्वेद में गन्ने के रस का सेवन स्वस्थ जीवन के लिए बेहदउपयोगी कहा गया है. इसे ईस, ईख, गन्ना, इक्ष, शुगरकन आदि नामों से जाना जाता है. वैज्ञानिक नजरिए से भी गन्ना हमारे शरीर के विभिन्न घटकों एवं आवश्यक तत्वों की पूर्ति करता है. प्रति 100 ग्राम गन्ने के रस में 210 कैलारी ऊर्जा होती है. इसमें 22 प्रतिशत प्रोटीन, दशमलव 2 प्रतिशत वसा और 77 प्रतिशत विटामिन ए होता है. ये संक्रामक रोगों से हमारी रक्षा करता है. इसमें उपस्थित विटामिन बी और विटामिन सी पाचन शक्ति को मजबूत कर भूख बढाते है. गन्ने की रस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है गन्ना मुंह से है इससे शुद्ध रस शरीर में जाता है और दांत व मसूड़ों का पालिश व सफाई भी होती है.गन्ने का रस पीने या गन्ना चूसते रहने से पथरी रोग में सुधार होता है.
भोजन को पचाने का काम करता है
गन्ने का रस बेचने वाले दुदा भाई बताते हैं कि गन्ने का रस शक्तिवर्धक गन्ने का रस भोजन पचाता है.शक्तिदाता है, पेट की गर्मी, हृदय की जलज को दूर करता है. लीवर की कमजोरी वाले, हिचकी, रत्तविकार, नेत्ररोग, पीलिया, पित्तप्रकोप व जलीय अंश की कमी के रोगी को गन्ना जूस का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर में थकावट दूर होकर तरावट आती है। पेशाब की रूकावट व जलन भी दूर होती है.
रक्तविकार : खाने के बाद एक गिलास गन्ने का रस पीने से रक्तसाफ होता है.
पीलिया : जी का सतू खाकर उपर से गन्ने का रस पीने से पीलिया में खासा सुधार देखा गया है.