24 November, 2024 (Sunday)

कोरोना अलर्ट: फेफड़ों को रखना है स्वस्थ और मजबूत, तो भूलकर भी न करें इन पांच चीजों का सेवन

कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने हर किसी को हैरान कर दिया है। अस्पतालों में बेड नहीं हैं, और मरीजों के परिजन ऑक्सीजन के लिए दर-दर भटक रहे हैं। ऐसे में अगर हमें इस कोरोना से बचकर रहना है तो हमें अपने शरीर को हेल्दी रखने की जरूरत है, जिसके लिए हमारे फेफड़ों का सही ढंग से काम करना बेहद जरूरी है। कोरोना हमारे फेफड़ों पर ही अटैक करता है, इसलिए हमें अपने फेफड़ों का खास ख्याल रखना चाहिए। इसके लिए कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका हमें इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इन चीजों के बारे में।

अल्कोहल

अल्कोहल वैसे भी हमारे शरीर को नुकसान देती है। ज्यादा मात्रा में अल्कोहल का सेवन करने से इसका बुरा असर हमारे फेफड़ों और लिवर पर पड़ता है। अगर आप पहले से फेफड़े की किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो आपको अल्कोहल के सेवन से बचना चाहिए।

ज्यादा नमक

नमक हमारे खाने का स्वाद बढ़ाता है, लेकिन अगर आप अधिक मात्रा में नमक का सेवन करते हैं, तो ये आपके फेफड़ों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। हाई सोडियम डाइट के कारण लोगों में अस्थमा के लक्षण तक नजर आने लगते हैं। इसलिए हमें अधिक मात्रा में नमक का सेवन करने से बचना चाहिए।

तला हुआ खाना

फ्राइड फूड्स यानी तला हुआ खाना, हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है, क्योंकि इनका ज्यादा सेवन करने से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। साथ ही मोटापा भी बढ़ता है, जिसकी वजह से इसका बुरा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है। इसलिए हमें तला हुए खाने से बचना चाहिए।

सॉफ्ट ड्रिंक

अगर आप अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आपको विभिन्न तरीके की सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन नहीं करना चाहिए और अगर आप सॉफ्ट ड्रिंक पीते हैं, तो आपको इसके सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में शुगर होती है। वहीं, अगर कोई व्यक्ति सप्ताह में पांच से ज्यादा सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करता है, तो उसे जल्द ही ब्रोंकाइटिस की समस्या से भी जूझना पड़ता है।

धूम्रपान

धूम्रपान के पैकेट पर भी ये साफ-साफ लिखा होता है कि ये हमारे शरीर और हमारे फेफड़ों के लिए बिल्कुल सही नहीं है। बावजूद इसके कई लोग धूम्रपान करते हैं और अपने शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। धूम्रपान करने से इसका सीधा नुकसान हमारे फेफड़ों पर पड़ता है, इसलिए हमें इससे बचना चाहिए।

अस्वीकरण: राष्ट्रीय स्वरुप में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर और विशेषज्ञों,व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं. लेख में उल्लेखित तथ्यों और सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा परखा व जांचा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठकों की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और ना ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

 

 

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