अगर आप भी खाते हैं रिफाइंड ऑयल तो हो जाएं सावधान, शरीर में हो सकती है कई समस्याएं



भारतीय खाने तेल और मसाले के बिना अधूरा माना जाता है। ये दोनों चीजें खाना के स्वाद को बढ़ा देता है साथ ही हमारे शरीर में कई पोषक तत्वों की भी आपूर्ति करता है। जैसे तेल शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। तेल वसा और कैलोरी की पूर्ति करता है। तेल शरीर को वसा में घुलनशील विटामिन जैसे A, D, E और K को अवशोषित करने में मदद करते हैं। लेकिन यहां ध्यान देने की बात यह है कि हर तेल आपको फायदा नहीं पहुंचाता है।
आज हर घर में सरसों के तेल से ज्यादा रिफाइंड का इस्तेमाल होने लगा है। इसका दाम भी काफी कम और किफायती रहता है, इसलिए भी लोग इसका खाने में ज्यादा उपयोग करने लगे हैं। लेकिन आपको बता दें कि रिफाइंड तेल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ऐसे में वक्त रहते इसके प्रति सचेत होना बेहद जरूरी है। अगर आप वक्त रहते ऐसे रिफाइंड तेल का इस्तेमाल बंद कर देते हैं तो कई जानलेवा बीमारियों से बच सकते हैं।
इन रिफाइंड तेलों का इस्तेमाल आज ही कर दें बंद
- सोयाबीन का तेल
- मूंगफली का तेल
- मक्के का तेल
- राइस ब्रान ऑयल
- कैनोला का तेल
- सूरजमुखी का तेल
रिफाइंड तेल खाने से इन बीमारियों का रहता है खतरा
- मोटापा
- कैंसर
- डायबिटीज मेलेटस
- प्रजनन और प्रतिरक्षा संबंधी समस्या
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज
- एथेरोस्क्लेरोसिस
…इसलिए नहीं खाना चाहिए रिफाइंड ऑयल
रिफाइंड ऑयल को बहुत अधिक तापमान पर रिफाइन कर के तैयार किया जाता है। इस वजह से इसमें से सभी जरूरी पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। ऐसे में इस तेल के इस्तेमाल से शरीर में ट्रांस फैट की मात्रा काफी बढ़ने लगती है, जो खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। परिणाम स्वरूप एचडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने लगती है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।)