टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के लिए दवा समान है इमली
आजकल डायबिटीज यानी मधुमेह आम समस्या बन गई है। डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। डायबिटीज रोग में रक्त में शर्करा स्तर बढ़ जाता है। साथ ही इंसुलिन हार्मोन का उत्सर्जन कम अथवा बंद हो जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो डायबिटीज दो प्रकार के होते हैं। टाइप 1 टायबिटिज बच्चे को भी हो सकता है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज वयस्कों को अधिक होता है। टाइप 1 की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज अधिक खतरनाक है। टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान और वर्कआउट पर ईमानदारी से ध्यान देना चाहिए। अगर इसमें कोई कोताही बरतते हैं, तो यह खतरनाक साबित हो सकता है। हालांकि, खानपान की कई ऐसी चीज़ें हैं, जिनको लेकर लोगों में मतभेद रहता है। इनमें एक इमली है। अगर आपको नहीं पता है, तो आइए जानते हैं कि टाइप 2 डायबिटीज में इमली का सेवन करना फायदेमंद अथवा नुकसानदेह है-
एक बार डायबिटीज बीमारी हो जाती है, तो खानपान में व्यापक बदलाव करना पड़ता है। इस बदलाव में शुगर यानी चीनी और चीनी से युक्त चीज़ों को खाने की मनाही होती है। हालांकि, टाइप 2 डायबिटीज के मरीज इमली का सेवन कर सकते हैं। यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स 23 होता है। जीआई मापने की वह प्रक्रिया है, जिससे यह पता चलता है कि कार्बोहाइड्रेट से कितने समय में ग्लूकोज़ बनता है।
साथ ही इसमें कई अन्य पोषक तत्वों के साथ फाइबर पाए जाते हैं। इन गुणों के चलते डायबिटीज के मरीज इमली का सेवन कर सकते हैं। इमली में पोषक तत्व इमली में विटामिन-बी1, बी2, बी3, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन-सी, के, बी5, बी6, फोलेट, कॉपर और सेलेनियम पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा इमली में एंटीऑक्सिडेंट्स, एंटीबायोटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। जबकि इमली में एंटी-वायरल और एंटी-फंगल के गुण भी पाए जाते हैं जो मलेरिया में फायदेमंद होते हैं।