आपको गुस्सा बहुत आता है तो इन पांच तरीकों से करें एंगर कंट्रोल



हमारी मसरूफियत और जिंदगी की परेशानियां हमारे मिजाज़ को चिड़चिड़ा और हमें गुस्सैल बना देती हैं। कुछ भी काम हमारे मन मुताबिक नहीं होता तो हमें गुस्से आजा है। कई बार गुस्सा हम पर इतना हावी हो जाता है कि हम गुस्से में छोटे और बड़े का लिहाज़ भी भूल जाते हैं। गुस्सा एक ऐसी भावना है, जो छोटे बच्चे से लेकर जवान और बूढ़े इनसान तक में होती है। विशेषज्ञ गुस्से को नकारात्मक भावना के तौर पर देखते हैं। कुछ खास परिस्थितियों और वजह में गुस्सा आना सामान्य है लेकिन बात-बात पर और हर वक्त गुस्सा आना आपकी सेहत और लोगों के लिए ठीक नहीं है।
मेडिकली देखें तो गुस्सा स्वभाव में नहीं बल्कि हार्मोन में है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं के मुताबिक हार्मोंस के कारण व्यक्ति को पॉजिटिव और निगेटिव फीलिंग्स आती हैं। इतना ही नहीं उनके गुस्से, चिड़चिड़पन और डिप्रेशन का कारण भी हार्मोंस ही हैं। हार्मोंस न सिर्फ हमारे शारीरिक विकास में मददगार है बल्कि मानसिक विकास में भी मदद करते हैं। हार्मोन हमारे दिमाग, भावनाओं और बिहेवियर को भी इफेक्ट करते है।
मेडिटेशन आपके गुस्से को काबू रखने और तनाव को दूर करने में बेहद असरदार है। मेडिटेशन करने से नकारात्मक विचार दूर होते हैं और आपका मन शांत होता है। शांत मन को गुस्सा नहीं आता।