टीकाकरण महाभियान: देश में आठ दिन में 4.61 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन लगाई गई, रोजाना 57 लाख से अधिक डोज लगी
केंद्र सरकार ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 21 जून को शुरू हुए टीकाकरण महाभियान के बाद आठ दिनों में ही 4.61 करो़ड़ डोज लगाई गई हैं। यह संख्या इराक ([4.02 करोड़)], कनाडा ([3.77 करोड़)], सऊदी अरब ([3.48 करोड़)] और मलेशिया ([3.23 करो़ड़)] की आबादी से ज्यादा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि इन आठ दिनों में औसत रोजाना 57.68 लाख डोज लगाई हैं जो फिनलैंड ([55.41 लाख)], नार्वे ([54.21 लाख)] और न्यूजीलैंड ([48.22)] की आबादी से ज्यादा है।
60 वर्ष से अधिक उम्र की करीब 49 फीसद आबादी को एक डोज लगी
देश में अब तक 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र की करीब 49 फीसद आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। जबकि, 18-44 वर्ष आयुवर्ग के करीब 15 फीसद लोगों को अब तक पहली डोज लगाई गई है। इस आयुवर्ग की कुल आबादी करीब 59.7 करोड़ है, जबकि 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है। सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में अभी तक कुल 33.1 करोड़ लोगों का टीकाकरण हो चुका है।
गर्भवती महिलाओं में संक्रमण बढ़ने का खतरा कम करता है टीका
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्भवती महिलाओं को कोरोना टीके के महत्व और उससे जुड़ी सावधानियों के बारे में परामर्श देने के लिए अग्रिम मोर्चे के कíमयों और टीकाकरण करने वालों का मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से एक दिशानिर्देश जारी किया है ताकि महिलाएं पूरी जानकारी हासिल होने के बाद टीकाकरण करा सकें।इसमें बताया गया है कि 90 प्रतिशत से अधिक संक्रमित गर्भवती महिलाएं घर पर ही ठीक हो जाती हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता नहीं पड़ती, लेकिन कुछ महिलाओं के स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आ सकती है और इससे भ्रूण भी प्रभावित हो सकता है। इसलिए एक गर्भवती महिला को कोरोना का टीका लगवाना चाहिए।