ट्रेन की बोगी से माल चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के छह सदस्यों को किया गिरफ्तार
( आगरा ) । आरपीएफ आगरा को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। आरपीएफ आगरा कैंट ने ट्रेनों की बोगी से माल चोरी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गैंग को गिरफ्तार किया है। आरपीएफ ने इस गैंग के छह लोगों को दिल्ली से पकड़ा है, जबकि एक फरार हो गया। इस पूरे मामले का खुलासा आरपीएफ कमांडेंट पी के पांडा ने किया। इस गैंग ने 30 जुलाई को आगरा के बिल्लोचपुरा स्टेशन पर चेन पुलिंग कर जीटी एक्सप्रेस की बोगी से करीब 27 लाख रुपये कीमत के मोबाइल डिस्प्ले के 18 कार्टन पार कर दिए थे। ट्रेन के दिल्ली पहुंचने पर बोगी में से माल चोरी की जानकारी हुई थी। चेन्नई से नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन 02615 जीटी एक्सप्रेस के पार्सल बोगी से 30 जुलाई को मोबाइल की डिस्प्ले दिल्ली भेजी जा रही थीं। बताया गया है कि जब ट्रेन नई दिल्ली पहुंची तो उसमें मोबाइल डिस्प्ले के कार्टन नहीं थे। इस संबंध में आरपीएफ को जानकारी दी गई। ऐसे में जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि आगरा के बिल्लोचपुरा स्टेशन पर रात साढे़ तीन से चार बजे के बीच चोरी की गई। जानकारी के बाद आरपीएफ आगरा कैंट की डिटेक्टिव विंग को मामले की जांच सौंपी गई। आरपीएफ कमांडेंट पीके पंडा ने बताया कि चोरी की घटना 30 जुलाई को संज्ञान में आई थी जिसे गंभीरता से लिया और तुरंत खुलासे के लिए टीमों को लगाया गया। रेलवे स्टेशनों के सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग चेक की। इसमें राजा की मंडी रेलवे स्टेशन से ट्रेन में सवार होने वालों में तीन संदिग्ध दिखे। इनकी एक टीम बिल्लोचपुरा पर पहले से तैयार थी। जैसे ही ट्रेन बिल्लोचपुरा पर पहुंची। इन्होंने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया और मोबाइल डिस्प्ले के 18 कार्टन चोरी कर लिए। स्टेशन से सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने फुटेज के आधार पर जांच पड़ताल शुरू कर दी और अन्य जिलों के थानों से भी जानकारी जुटाई। उन्होंने बताया कि जब इनकी जानकारी हुई तो सर्विलांस टीम की मदद से इनकी लोकेशन का पता लगाया गया जिनकी लोकेशन नई दिल्ली के गुर्जर चौक भलस्वा डेरी के आसपास मिली। आरपीएफ इंस्पेक्टर सुरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में टीम रवाना हुई और शातिरों को पकड़ने के लिए डेरा डाल लिया। दो दिन में जब जानकारी पुख्ता हुई तो इनकी धरपकड़ के लिए प्लान तैयार किया और उन्हें गिरफ्तार किया। इनके पास से चोरी का माल भी बरामद किया। प्रेसवार्ता के दौरान आरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि गैंग बहुत शातिराना तरीके से वारदात को अंजाम देता है। इनकी दो टीमें काम करती हैं। एक टीम ट्रेन में चलती है तो दूसरी टीम चोरी के माल को ले जाने के लिए पहले से तैयार रहती है। पहले से तय जगह पर ये चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोकते हैं या फिर चलती ट्रेन से माल को बाहर फेंक देते हैं। इसके बाद इनकी दूसरी टीम माल को ले जाती है। आरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि ने गैंग के छह सदस्य मो. अकबर, पूरन सलाउद्दीन शाहिद, मो. इमरान निवासीगण नई दिल्ली व वकील निवासी साहिबाद हैं को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी फरार हो गया।