तालिबान का उदय भारत और क्षेत्र के लिए सुरक्षा की बड़ी चिंता : राजनाथ
आस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री पीटर डुट्टो (Peter Dutto) के समक्ष शुक्रवार को भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने तालिबान को लेकर चिंता व्यक्त की। टू प्लस टू वार्ता के लिए भारत पहुंचे आस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री से राजनाथ सिंह ने कहा कि तालिबान का उदय भारत और क्षेत्र के लिए सुरक्षा की गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने आतंकवाद के बढ़ने को लेकर आशंका जताई और कहा कि अफगानिस्तान में जिन आतंकी संगठनों के ठिकाने हैं अब उन्हें अपनी गतिविधियां बढ़ाने के लिए और मदद मिल सकती है।
किसी देश की धमकी या हमले के लिए इस्तेमाल न हो अफगान की धरती
बातचीत के दौरान राजनाथ ने कहा कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल किसी देश को धमकी देने या हमले के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इस संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2593 का अमल सुनिश्चित करने के लिए हर मुमकिन कोशिश करनी चाहिए। सूत्रों ने बताया कि राजनाथ ने भारत की अध्यक्षता में 30 अगस्त को पारित इस यूएनएससी प्रस्ताव को लागू करने की जरूरत पर जोर दिया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता की वजह से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर संभावित असर पर भी चिंता व्यक्त की। इस दौरान रक्षा मंत्री ने तालिबान के शासन में महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों के उल्लंघन पर भी चिंता जताई
चीन के साथ तनाव के मुद्दे पर चर्चा
डुट्टो से बातचीत के दौरान भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव का मुद्दा भी उठा। भारतीय पक्ष ने साफ कहा कि भारत वार्ता के जरिये मुद्दे के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। मीडिया को जारी बयान में राजनाथ ने वार्ता को व्यापक और फलदायी करार दिया और कहा कि बातचीत के दौरान द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं, पीटर डुट्टो ने कहा कि आस्ट्रेलिया की हिंद-प्रशांत रणनीति के लिए भारत का नेतृत्व आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दोनों देश दुनिया के महत्वपूर्ण महासागर को साझा करते हैं और स्थिर, लचीला व सुरक्षित पड़ोस चाहते हैं।