सहारनपुर प्रशासन कोरोना के प्रकोप और उसके नए प्रकार के ओमिक्रॉन के लिए तैयारी और इस बीमारी से निपटने में जुटा हुआ है।
सहारनपुर अखिलेश सिंह जिलाधिकारी ने विकास भवन सहारनपुर में मदरसों के जिम्मेदार लोगों के साथ आयुक्त सहारनपुर में टीकाकरण अभियान को गति देने और छात्रों को इस बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए एक बैठक की।
इस बीच जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे देश में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है। वैक्सीन तेजी से देश के कोने-कोने में पहुंच रही है।
अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 150 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना लड़ाई के खिलाफ टीका लगाया जा चुका है और कोरोना टीकाकरण के विस्तार में तेजी लाई जा रही है।
हमें लोगों को आश्वस्त करने की आवश्यकता है कि टीकाकरण किसी भी अन्य इंजेक्शन की तरह कोई समस्या पैदा नही करता है। तो आप लोग आगे बढ़ें और 15 साल से अधिक उम्र के सभी बच्चों और लोगों को टीका लगवाने के लिए कहें ताकि वोह सुरक्षित रहें, उनका परिवार सुरक्षित रहे और समाज भी समाज सुरक्षित रहे।
दारुल उलूम देवबंद के उपाधीक्षक मुफ्ती राशिद आजमी ने आश्वासन दिया कि प्रशासन के साथ हमारा सहयोग बना रहेगा।
ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के जिलाध्यक्ष मौलाना डॉ अब्दुल मालिक मुगीसी ने बैठक में कहा कि हम कोरोना वायरस के फैलाओ को रोकने के साथ-साथ बच्चों और परिवारों को इससे बचाने के लिए अपना सहयोग जारी दे रहे हैं और आगे भी मिलकर काम करते रहेंगे।
उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट से यह भी सवाल किया कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में फैसला सुनाया था कि किसी को भी टीका लगाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है, जिस पर जिलाधिकारी ने जवाब दिया कि यह बिल्कुल सही है और किसी को भी मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। मुद्दा लोगों को सुरक्षित रखने का है और इसलिए उन्हें बेदार किया जा रहा है।
उन्होंने जिलाधिकारी से यह भी कहा कि मदरसों के सभी सदस्य अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। यदि 15 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को मदरसों में अनुमति दी जाती है तो मदरसों के ज़िम्मेदार वहां उनके टीकाकरण की व्यवस्था कर सकते हैं और इस तरह आपके काम में भी आसानी हो और बच्चों का टीकाकरण भी होजाए जिस पर जिलाधिकारी ने सहमति जताई।
प्रतिभागियों में जिला अल्पसंख्यक मामलों के अधिकारी भरत लाल गौर, मुफ्ती साजिद खुजनावरी, मौलाना यामीन, मौलाना सलीम, मौलाना अब्दुल हलीम, मौलाना दिलशाद मजाहिरी, हाफिज मुर्तजा, कारी असजद, कारी इफ्तिखार, कारी नासिर, अजलान शाह, डॉ अनुराग सैनी, फ़राज़ अहमद, मौलाना आरिफ रशीदी, मौलाना तकी असलम, मौलाना वासिफ रशीदी, हाफिज अहकाम मुहम्मद ओसामा और अन्य मौजूद थे।