रूस से लगातार बाय-बाय बोल रहीं विदेशी कंपनियां, नंबर पहुंचा 250 पर
जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तब से करीब 250 कंपनियों ने देश से कारोबार समेटना शुरू कर दिया है या परिचालन में कटौती की है। येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (Yale School of Management) के अनुसार, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने के बाद से अमेरिका और यूरोप की कंपनियां मॉस्को से जा रही हैं।
हाल में Netflix, टिकटॉक, सैमसंग ने भी रूस छोड़ने का ऐलान किया है। रूस छोड़ने वाली कपंनियों की लंबी सूची है, जो रूस के साथ संबंध तोड़ रहे हैं या देश में उनके संचालन की समीक्षा कर रहे हैं। वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि लड़ाई जारी रहने के साथ वित्तीय जोखिम बढ़ रहे हैं। रूस पर बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध, युद्ध के कारण हवाई क्षेत्र और परिवहन लिंक को बंद करना और स्विफ्ट से बाहर होना बिजनेस चलाने में आड़े आ रहा है।
तेल और गैस पर आफत
तेल और गैस सेक्टर की बात करें तो रूस की सबसे बड़े विदेशी निवेशक BP Plc ने 27 फरवरी को ऐलान किया कि वह सरकारी रोजनेफ्ट में अपनी 20% हिस्सेदारी खत्म कर रही है। इसके बाद Shell Plc भी बिजनेस से निकल गई। नॉर्वे की इक्विनोर एएसए ने कहा कि वह रूस में अपने संयुक्त उद्यमों से हटना शुरू कर देगी, जिसकी कीमत लगभग 1.2 बिलियन डॉलर है।
फाइनेंस सेक्टर का हाल
फाइनेंस सेक्टर की बात करें तो Visa और मास्टरकार्ड ने कहा है कि वे रूस में बिजनेस सस्पेंड कर रहे हैं। इसके पीछे यूक्रेन के राष्ट्रपति की वह अपील भी कारण है, जिसमें उन्होंने अमेरिकी सांसदों के साथ एक वीडियो कॉल में कंपनियों से रूस में सभी व्यवसाय बंद करने को कहा था। हरेक कंपनी को अपने शुद्ध राजस्व का लगभग 4% रूस से जुड़े व्यवसाय से मिलता है। अमेरिकन एक्सप्रेस ने भी यही बात कही है।
ऑटो सेक्टर भी अछूता नहीं
जनरल मोटर्स कंपनी, फोर्ड मोटर कंपनी, फॉक्सवैगन और टोयोटा मोटर कॉर्प सहित दुनिया की अधिकांश बड़ी कार निर्माता कंपनियों ने घोषणा की है कि वे रूस में अपना शिपमेंट रोक देंगे। ट्रक निर्माता वॉल्वो और डेमलर ने भी वहां कारोबारी गतिविधियां ठप कर दी हैं।
कंज्यूमर गुड्स
लेवी स्ट्रॉस एंड कंपनी भी रूस में वाणिज्यिक संचालन को निलंबित कर रही है, जहां उसे अपनी बिक्री का लगभग 2% मिलता है। कंपनी ने कहा कि हमले के कारण कारोबार अस्थिर हो गया है। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी ने अपने सभी उत्पादों के निर्यात को निलंबित कर दिया है। सैमसंग ने कहा कि वह 6 मिलियन डॉलर का दान करेगी, जिसमें उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों में 1 मिलियन डॉलर शामिल हैं।