पल्स पोलियों अभियान की तरह किया जायेगा कोविड-19 टीकाकरण-जिलाधिकारी
श्रावस्ती। जिलाधिकारी नेहा प्रकाश की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड संवेदीकरण, कोविड रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों, नियमित टीकाकरण से वंचित 15 से 17 वर्ष के बच्चों तथा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में कोविड टीके की पहली खुराक न प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के चिन्हीकरण तथा सूचीबद्ध किये जाने के सम्बन्ध में बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा दिये गये निदेश के क्रम में जनपद में यह कार्य 24 से 29 जनवरी तक गणतंत्र दिवस को छोड़कर संचालित किया जायेगा। उन्होने कहा कि इस कार्य हेतु कार्ययोजना बनाकर समस्त आवासों का भ्रमण सुनिश्चित करते हुए इसे संचालित किया जाये। साथ ही शनिवार 29 जनवरी, 2022 का नियमित टीकाकरण 31 जनवरी, 2022 को करवाने के लिए सफल क्रियान्वयन किया जाये। उन्होने कहा कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, पंचायतीराज विभाग, ग्राम्य विभाग, एकीकृत बाल विकास योजना आईसीडीएस, सिविल डिफेन्स, राष्ट्रीय कैडेट कोर एनसीसी, राष्ट्रीय सेवा योजना एनएसएस नगर निकाय, वन विभाग, कृषि विभाग जनपद के प्रमुख गैर-सरकारी संगठनों, विश्व के स्वास्थ्य संगठन तथा यूनिसेफ को अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जाय ताकि इस अभियान को सफल बनाया जा सके। जिलाधिकारी ने कोविड-19 टीकाकरण के सम्बन्ध में डोर टू डोर अभियान के तरह घर-घर जाकर शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित समय सीमा के अन्दर पूरा किया जाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि कोई भी जनपदवासी इस महाअभियान से वंचित न रहने पाये, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
उन्होने यह भी निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभााग एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलान्स मेडिकल ऑफिसर द्वारा संयुक्त रूप से पल्स पोलियों अभियान के तहत माइक्रोप्लान तैयार कर उक्त मानव संसाधन यथा स्थान तैनात किया जाय एवं तद्नुसार मैपिंग का कार्य किया जाय। साथ ही इस कार्ययोजना को पूर्णतः पल्स पोलियों अभियान की भाँति संचालित करते हुए पल्स पोलियों अभियान के एक दिवस का कार्य इस अभियान में भी एक ही कार्य दिवस में पूर्ण किया जाय। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, सर्विलान्स मेडिकल ऑफिसर एवं एसएम एनईटी के द्वारा समस्त पर्यवेक्षकों टीम के सदस्यों को छोटे-छोटे समूहों में प्रशिक्षण दिया जाना है। अभियान से सम्बन्धित कार्यकर्ताओं द्वारा भरा जाने वाला सर्वे प्रारूप स्वास्थ्य विभाग एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा पर्यवेक्षकों द्वारा भरा जाने वाला अनुश्रवण एवं रिपोटिंग प्रारूप स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित कार्रवाई की गतिविधियां माइक्रोप्लान के अनुसार टीमों का गठन कर लिया जाय। प्रत्येक सर्वेक्षण टीम में 2 सदस्य होगें तथा टीम द्वारा प्रातः 8 बजे से अपरान्ह 2 बजे तक भ्रमण किया जाय। ग्रामीण क्षेत्रों की टीम में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं पंचायत सहायकों को अनिवार्य रूप से रखा जाय। प्रत्येक टीम को स्टीकर, चॉक व रिपोर्टिंग प्रारूप उपलब्ध करा दिया जाय। साथ ही प्रत्येक सदस्य को अभियान में 2 यूरियेजेबुल मास्क भी दिया। जाय टीम के द्वारा कोविड लक्षण वाले व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध करायी जाय एवं निकटवर्ती जांच केन्द्र के बारे में जानकारी दी जाय और कोविड-19 के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाए। सर्वेक्षण टीम द्वारा प्रत्येक घर के दीवार पर पल्स पोलियो अभियान की तरह एस दिनांक अंकित किया जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ईशान प्रताप सिंह, ज्वाइण्ट मजिस्ट्रेट परीक्षित खटाना, अपर जिलाधिकारी कमलेश चन्द्र, उपजिलाधिकारी मोहित, उपनिदेशक कृषि कमल कटियार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 मुकेश मातन हेलिया, जिला पंचायत राज अधिकारी आनन्द प्रकाश श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रभुराम चौहान, जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा सिंह, डब्ल्यू0एच0ओ0 के एस0एम0ओ0 सहित प्रभारी चिकित्साधिकारीगण मौजूद रहे।