पावर लाइन-1090 के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु जनपद में विभिन्न स्थानों पर आयोजित हुये कार्यक्रम
महोबा, सेफ सिटी परियोजना के अन्तर्गत मिशन शक्ति फेज-3.0 अभियान में महिला सुरक्षा , वीमेन पावर लाइन 1090 के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु प्रदेश के विभिन्न जनपदों में महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, उ0प्र0, लखनऊ मुख्यालय द्वारा जन-जागरूकता सम्बन्धी विविध कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। जिसके अन्तर्गत वीमेन पावर लाइन 1090 के शुभंकर (Mascot) के माध्यम से प्रदेश के प्रत्येक जनपद में प्रचार-प्रसार किया जाना भी सम्मिलित है, जोनवार जनपदों में जाकर यह कार्य सम्पादित करेंगे। इस प्रदेशव्यापी जन-जागरूकता कार्यक्रम का प्रारम्भ 1 दिसम्बर 2021 से प्रयागराज व कानपुर जोन में एक साथ किया जा रहा है, जिस हेतु महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, उ0प्र0, लखनऊ द्वारा 02 अलग-अलग टीमें 10 दिवस हेतु प्रयागराज व कानपुर जोन को भेजी गयी हैं। प्रत्येक टीम में एक अदद टाटा विगर वाहन, 6 सदस्यीय टीम (पुलिस व प्रचार-प्रसार हेतु कलाकार) तथा तैयार कराया गया वीमेन पावर लाइन 1090 का शुभंकर (Mascot) सम्मिलित है। टीम द्वारा प्रयागराज जोन के सभी 08 जनपदों के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए प्रतिदिन 5 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित कर 1090 का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। गुरुवार के रोज पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह के निर्देशन पर जनपदीय पुलिस टीमों के सहयोग से टीम ने राजकीय बालिका इण्टर कालेज थाना कोतवाली राजकीय बालिका इण्टर कालेज चरखारी थाना- चरखारी, राजकीय बालिका इण्टर कालेज श्रीनगर थाना- श्रीनगर, मैन बाजार कस्बा कुलपहाड़ थाना-कुलपहाड़, रामकथा मार्ग कोचिंग सेन्टर / एकता पैलेस महोबा जनपद-महोबा में मय शुभंकर वाहन के 6 सदस्यीय 1090 टीम (पुलिस, कलाकार व प्रचार-प्रसार सामग्री ) द्वारा जन-जागरूकता सम्बन्धी विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हजारों छात्र/छात्राओं/महिलाओं राहगीरों की सहभागिता रही ।
इनसेट,,,,,
वूमेन पावर हेल्पलाइन नंबर 1090 की ताकत मोबाइल हाथ में 1090 साथ में ।
कोई भी पीड़ित महिला या उसकी महिला रिश्तेदार अपनी शिकायत इस नंबर पर नि:शुल्क दर्ज करवा सकती है।शिकायत करने वाली महिला की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।पीड़िता को किसी भी हालत में पुलिस थाने या किसी आफिस में नहीं बुलाया जाएगा।हेल्पलाइन में हर हाल में महिला पुलिस अधिकारी ही पीड़िता की शिकायत दर्ज करेगी।
महिला पुलिस कर्मी अपने वरिष्ठ पुरूष पुलिस कर्मियों को पीड़ित की केवल उतनी ही जानकारी या सूचना उपलब्ध करवाएंगी, जो विवेचना में सहायक हो सकें।कॉल सेंटर दर्ज शिकायत पर तब तक काम करता रहेगा जब तक उस पर पूरी कार्रवाई नहीं हो जाती।