पार्किंग के व्यावसायिक प्रयोग पर सख्त हुआ जीडीए, अभियान चलाकर सील किए जाएंगे प्रतिष्ठान



किसी भी भवन में बनी पार्किंग का यदि कोई अन्य उपयोग पाया गया यानी गाडिय़ां खड़ी करने की जगह उसका अतिक्रमण दिखा तो गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की टीम उसे सील कर देगी। इसके लिए अब पार्किंग ठीक करने की चेतावनी नहीं मिलेगी। जीडीए बोर्ड ने शहर में पार्किंग की व्यवस्था सुधारने के लिए यह प्रस्ताव पास किया है। साथ ही उन भवन मालिकों के विरुद्ध भी कार्रवाई होगी, जहां मानचित्र के विपरीत उपयोग किया जाता है।
जीडीए बोर्ड ने दिया अवैध पार्किंग के खिलाफ सख्ती बरतने का निर्देश
हाल ही में जीडीए ने पार्किंग के गलत इस्तेमाल के खिलाफ अभियान चलाया है। कई भवन मालिकों को सील करने की नोटिस भी दी गई है। अभियान से पहले प्रवर्तन टीम ने उन भवनों की सूची बनायी थी, जिनके मानचित्र में पार्किंग की व्यवस्था है। इन भवनों को मौके पर जाकर देखा गया। कई जगह पार्किंग का गलत इस्तेमाल पाया गया, उन्हें ठीक करने को कहा गया। कई भवनों में पार्किंग बनायी ही नहीं गई थी, उन्हें कहीं पार्किंग की व्यवस्था करने को कहा गया। पार्किंग में जाने के लिए बनाए गए रैंप पर से अतिक्रमण भी हटाया गया था। पर, जीडीए बोर्ड के निर्देश के बाद पार्किंग को गंभीरता से न लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
जिनके मानचित्र नहीं पास, उनकी भी होगी जांच
मानचित्र के विपरीत भवन का इस्तेमाल करने वालों पर भी होगी कार्रवाई
जीडीए की प्रवर्तन टीम ने जो सूची बनायी है, उसमें शामिल भवनों के मानचित्र स्वीकृत हैं और पार्किंग का प्रावधान है। पर, बोर्ड ने कहा है कि जिन्होंने अवैध निर्माण किया है, वे जीडीए के रिकार्ड में नहीं हैं। मौके का निरीक्षण कर ऐसे लोगों के भवन भी जांचे जाएं और उन्हें भी सील किया जाए। इन भवनों में भी पार्किंग का इस्तेमाल नहीं हो रहा है तो उसे सील किया जाए। कई आवासीय भवनों का हो रहा व्यावसायिक इस्तेमाल शहर में कई भवन ऐसे हैं, जिनका मानचित्र आवासीय है लेकिन उनका व्यावसायिक उपयोग हो रहा है। मानचित्र के विपरीत उपयोग वाले इन भवनों को भी सील किया जा सकता है।
जीडीए बोर्ड की बैठक में पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त करने पर भी चर्चा हुई। निरीक्षण के दौरान जहां भी पार्किंग का अवैध इस्तेमाल मिले, उसे सील करने का निर्देश बोर्ड की ओर से दिया गया है। मानचित्र के विपरीत इस्तेमाल वाले भवनों पर भी कार्रवाई होगी। – राम सिंह गौतम, सचिव, जीडीए।