अगले बर्ष तक बीएसएनएल ब्रॉडबैंड की सुविधा से लैस होंगे पंचायत भवन



कुशीनगर। शहरों की भांति जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को भी ब्रॉडबैंड की हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा से जोड़ने की मुहिम चल रही है। इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों में नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ने के लिए केबल बिछाया जा रहा है। यह कार्य पूर्ण हो जाने के बाद सभी पंचायत भवनों को इंटरनेट सेवा से जोड़ दिया जाएगा। शासन की तरफ से यह कार्य मार्च तक पूर्ण कर लेने के निर्देश हैं। ऐसा हो जाने से ग्रामीण क्षेत्र की आबादी को भी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लिए आवेदन और उनकी प्रगति के बारे में अपने गांव के पंचायत भवनों से ही जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। इसके अलावा ग्रामीण आबादी को स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कौशल, ई-कृषि, ई-वाणिज्य जैसी सेवाओं का लाभ लेने में हाईस्पीड इंटरनेट काफी मददगार साबित होगा।
वैसे तो बीएसएनएल के साथ-साथ कई निजी कंपनियों की तरफ से सिमकार्ड के जरिए इंटरनेट सुविधा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में दी जा रही है, लेकिन इंटरनेट की स्पीड आवश्यकता के अनुरूप नहीं रहती। ग्रामीण क्षेत्र की जनता को भी हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ने के लिए केबल बिछाया जा रहा है। यह कार्य ठेके से कराया जा रहा है, लेकिन इसका सुपरविजन अलग-अलग क्षेत्रों में एसडीओ स्तर के पांच साइट इंजीनियर कर रहे हैं। एक-एक साइट इंचार्ज के जिम्मे दो से तीन ब्लॉकों के कार्यों की जिम्मेदारी है। कार्य पूर्ण हो जाने के बाद पहले पंचायत भवनों को ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाएगा और फिर उसके बाद उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू होगी।
पडरौना और रवींद्रनगर एक्सचेंज से जोड़े जाएंगे ये सभी कनेक्शन
पडरौना शहर में स्थित रेलवे लाइन और मुख्य पश्चिमी गंडक नहर जिले को दो हिस्सों में बांटती है। इसे देखते हुए नहर के उत्तरी हिस्से के सभी गांव पडरौना एक्सचेंज तथा शेष रवींद्रनगर एक्सचेंज से जोड़ने की योजना है। इनमें 75 फीसदी गांवों को रवींद्रनगर एक्सचेंज से ही जोड़ा जाना है। ताकि रेलवे लाइन अथवा नहर को इससे कोई क्षति न पहुुंचे और न ही केबल को कोई क्षति पहुंचे। दीनदयाल ग्रामीण मिशन के तहत टोले जुड़ेंगे ब्रॉडबैंड से
एसडीओ ने बताया कि अभी केंद्र सरकार की तरफ से भारत नेट फेज-2 के तहत इंटरनेट से ग्राम पंचायतों को जोड़ने का कार्य चल रहा है। ब्रॉडबैंड से पंचायत भवनों के जुड़ जाने के बाद राज्य सरकार का कार्य शुरू होगा। राज्य सरकार दीनदयाल ग्रामीण मिशन प्रोजेक्ट के तहत अपने खर्चे से पंचायत भवनों से गांवों के विभिन्न टोलों को जोड़ेगी और कनेक्शन देगी।
कोट भारत नेट फेज-2 योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों को नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी ब्रॉडबैंड की हाईस्पीड इंटरनेट मिल सके। इंटरनेट से सबसे पहले पंचायत भवनों को जोड़ा जाएगा, जिससे गांव के लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल करने, आवेदन करने तथा उसकी प्रगति के बारे में जानकारी ग्राम स्तर पर ही प्राप्त करने में सुविधा मिल सके। शासन की तरफ से इस कार्य को मार्च तक पूर्ण कराने का निर्देश है। 40 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके बाद लोगों को इंटरनेट कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू होगी।
-एसएच हाशमी, एसडीओ, पडरौना, बीएसएनएल।