नवनिर्वाचित जो बाइडन का समारोह रिहर्सल सुरक्षा संबंधित चिंताओं के कारण स्थगित
अमेरिकी राष्ट्रपति शपथ ग्रहण से पहले होने वाली रिहर्सल को सुरक्षा चिंताओं के कारण स्थगित कर दिया गया है। यह पूर्वाभ्यास रविवार को होना था। मीडिया कंपनी पोलिटिको ने फैसले की जानकारी रखने वाले दो लोगों के हवाला से गुरुवार देर रात रिपोर्ट किया।
रिपोर्ट के अनुसार अब रिहर्सल की योजना सोमवार के लिए बनाई गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नवनिर्वाचित जो बाइडन की टीम ने सुरक्षा की चिंता के कारण सोमवार को विलमिंगटन से वाशिंगटन तक की एक एमट्रैक यात्रा रद्द कर दिया। बता दें कि 20 जनवरी को बाइडन का शपथ समारोह होना है।
वहीं, पूर्वाभ्यास को रद और अन्य नोट हुई रिपोर्ट पर अध्यक्षीय समारोह समिति ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वहीं, संघीय जांच ब्यूरो के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने पहले कह चुके हैं कि एफबीआई उन व्यक्तियों की तलाश कर रहा है जो संभवतः समारोह की सुरक्षा को खतरे में डाल सकते हैं। बता दें कि एक राष्ट्रपति समारोह पर वाशिंगटन में सैकड़ों हजारों लोग शामिल होते हैं, लेकिन इस बार COVID-19 महामारी के कारण समारोहों को कुछ अलग प्रकार से किया जा सकता है।
बाइडन ने डिप्टी अटॉर्नी जनरल और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के आतंकवाद निरोधी सलाहकार, लिसा मोनाको को अस्थायी होमलैंड सुरक्षा सलाहकार के रूप में काम करने के लिए कहा है, जो अगले सप्ताह के समारोह की देख भाल करेंगे। अधिकारियों ने वाशिंगटन में कई तरह के विरोध और सभी 50 राज्यों और कार्यकर्ता समूहों द्वारा हिंसा की संभावना जताई है। यह चेतावनी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा अमेरिकी कैपिटल पर पिछले सप्ताह किए गए हमले को देखते हुए और गंभीर हो जाती है, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी।
कड़ी सुरक्षा के बीच शपथ लेंगे बाइडन
बाइडन का समारोह राजधानी वाशिंगटन के वेस्ट फ्रंट में 20 जनवरी को आयोजित होगा। इस दौरान लेडी गागा राष्ट्रगान गाएंगी जबकि लोपेज संगीत प्रस्तुति देंगी। बाइडन सुरक्षा के तगड़े इंतजामों के बीच अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में सुरक्षा की कई स्तरीय व्यवस्था होगी। ट्रंप समर्थकों की ओर से कोई बवाल या उपद्रव की घटना नहीं हो इसके लिए सुरक्षा चाकचौबंद रखी गई है। कैपिटल बिल्डिंग के आसपास फेंसिंग, बाड़ से लेकर तमाम इंतजाम किए गए हैं। इस दौरान नेशनल गार्ड के हजारों जवान तैनात रहेंगे।