नौनिहालों को बेहतर शिक्षा देकर उनके भविष्य को संवारे गुरूजन-जिलाधिकारी।
श्रावस्ती। जिलाधिकारी टी0के0 शिबु एवं मुख्य विकास अधिकारी ईशान प्रताप सिंह ने विकासखण्ड हरिहरपुररानी के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय पतिझिया का निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक उपस्थित पंजिका देखने पर पाया गया कि क्रमशः प्रभारी प्रधानाध्यापक/सहायक अध्यापक शिवलाल यादव, सहायक अध्यापिका गुंजन त्यागी, सहायक अध्यापिका संगीता, शिक्षामित्र क्रमशः इन्दु कुमारी, अनीता मिश्रा, रसोईया क्रमशः कुन्नी देवी, सुलोचना देवी एवं लालमणि देवी तैनात है। जिसमें प्रभारी प्रधानाध्यापक दो दिन से बिना अवकाश स्वीकृत कराये विद्यालय से अनुपस्थित है। इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक के इस लापरवाही के लिये जवाब तलब किया गया। इसके साथ ही खण्ड शिक्षा अधिकारी से भी स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है। छात्र उपस्थित पंजिका का निरीक्षण करने पर ज्ञात हुआ कि कक्षा 01 में नामांकित 51 में से 36 बच्चे, कक्षा 02 में नामांकित 52 में से 24 बच्चे, कक्षा 03 में नामांकित 59 में से 34 बच्चे, कक्षा 04 में नामांकित 68 में से 30 बच्चे तथा कक्षा 05 में नामांकित 61 में से 26 बच्चे उपस्थित पाये गये। छात्रों के पंजीकरण के सापेक्ष उपस्थिति कम होने पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जताई तथा सहायक अध्यापिका गुंजन त्यागी एवं संगीता को निर्देश दिया कि पंजीकृत बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करायें तथा दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता में विशेष ध्यान दें।
जिलाधिकारी ने शिक्षा की गुणवत्ता परखने के उद्देश्य से कक्षा 04 के क्लासरूम में जाकर बच्चों की हिन्दी एवं गणित विषय की क्लास भी ली। तथा बच्चों को मन से पढ़ाई करने के लिए उत्साहित भी किया। तथा उपस्थित अध्यापिकाओं को बच्चों को उनकी अभिरूचि के अनुसार पढ़ाये जाने का निर्देश भी दिया। मध्यान्ह भोजन में दाल-चावल बना था, मौके पर मध्यान्ह भोजन का सैम्पल न पाये जाने पर जिलाधिकारी ने सहायक अध्यापिकाओं को फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि भविष्य में मध्यान्ह भोजन का सैम्पल विद्यालय के खुला रहने तक जरूर रखा जाए। विद्यालय परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था सन्तोषजनक न पाये जाने तथा स्कूल में लगा हैण्ड पम्प का चबुतरा नीचा होने के कारण उसे ठीक कराये जाने के साथ-साथ शौचालय के दरवाजा को भी पेंटिंग कराने का निर्देश दिया है।
स्कूल कैम्पस में मुकम्मल सफाई व्यवस्था के लिए जिलाधिकारी ने जिलापंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया। विद्यालय की साज-सज्जा दुरूस्त करने व अन्य विकास कार्य जो पंचातयनिधि से कराये जाने के लिये अनुमन्य है, उन कार्यों को कराकर विद्यालय को बेहतर बनाया जाये ताकि विद्यालय में आने वाले नौनिहालों को कोई दिक्कत न होने पावे।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जब सरकार सभी बच्चों के अभिभावक की भूमिका निभा कर उन्हे निःशुल्क पाठ्य पुस्तक, निःशुल्क जूता-मोजा, स्कूल बैग एवं मध्यान्ह भोजन इसलिये मुहैया करा रही है कि कोई भी बच्चा शिक्षा के उजियारे से वंचित न रहने पावे। इसलिये गुरूजनों का भी दायित्व बनता है कि वे अपने दायित्वों को बाखूबी निभावें और नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से शिक्षित कर उनके भाग्य हो संवारे और अभिभावकों के विश्वास पर खरे उतरें। साथ ही जिलाधिकारी ने समस्त अभिभावकों से अपील किया है कि अपने बच्चों को विद्यालय प्रतिदिन भेजकर उनका भविष्य उज्ज्वल बनावें।