09 April, 2025 (Wednesday)

रेल मंत्रालय संभालने के बाद अश्विनी वैष्णव ने बताया किस बात पर रहेगा सबसे ज्यादा ध्यान

नई दिल्ली. नए  रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया है। कल शाम को ही उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली थी। आज रेल मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “रेलवे पीएम मोदी के विजन का अहम हिस्सा है। रेलवे के लिए उनका दृष्टिकोण लोगों के जीवन को बदलना है, ताकि सभी को – आम आदमी, किसान, गरीब – को रेलवे का लाभ मिले। मैं उस विजन के लिए काम करूंगा।”

भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1994 बैच के पूर्व अधिकारी वैष्णव ने 15 वर्ष से अधिक समय तक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं। उन्हें खासतौर से बुनियादी ढांचे में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) की रूपरेखा बनाने में उनके योगदान के लिए जाना जाता है जो उन्हें रेल क्षेत्र में भी मदद करेगा।

 

मोदी सरकार में नए कैबिनेट मंत्री बने अश्विनी वैष्णव को रेल मंत्रालय के अलावा IT मंत्रालय भी दिया गया है। वह इन दोनों मंत्रालयों को संभालेंगे। गौरतलब है कि अश्विनी वैष्णव राज्यसभा के सदस्य हैं। वह मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं और पूर्व नौकरशाह हैं। वह ओडिशा कैडर के IAS रहे हैं। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के साथ भी काम किया है। उन्हें लंबा प्रशासनिक अनुभव है।

ऐसे में जब उन्हें कैबिनेट मंत्री पद की शपद दिलाई गई थी, तभी से माना जा रहा था कि उनका बड़ा अहम पोर्टफोलियो होने वाला है। ऐसा ही हुआ है। रेल मंत्रालय और आईटी मंत्रालय, दोनों ही अश्विनी वैष्णव को दिए गए हैं। इससे पहले रेल मंत्रालय पीयूष गोयल के पास था और आईटी मंत्रालय रविशंकर प्रसाद के पास था। हालांकि, रविशंकर प्रसाद अब कैबिनेट में नहीं हैं। वह इस्तीफा दे चुके हैं।

वहीं, पीयूष गोयल से रेल मंत्रालय वापस लेकर उन्हें टेक्सटाइल मंत्री (कपड़ा मंत्री) बनाया गया है। इसके साथ ही पीयूष गोयल को खाद्य एवं उपभोक्त मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन, अब वह रेल मंत्रालय से बाहर हो गए हैं। अश्विनी वैष्णव को रेल मंत्री बनाया है। वह जल्द ही रेल मंत्रालय और आईटी मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे।

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