आधी रात डेमो कराकर एसआइटी ने जानी हकीकत, खुलने लगी हत्या की परत दर परत



मनीष हत्याकांड में हत्यारोपित पुलिस कर्मियों द्वारा दी गई अधिकारियों को जानकारी व सीसीटीवी फुटेज का समय एक दूसरे से मेल नहीं खा रहा है। इसकी हकीकत जानने के लिए रविवार की आधी रात कानपुर की एसआइटी(स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम) ने एक डेमो किया। वह रात में तारामंडल स्थित होटल कृष्णा पैलेस से मानसी हास्पिटल गई। मानसी हास्पिटल से वह मेडिकल कालेज गई। एसआइटी ने पाया कि मानसी हास्पिटल से मेडिकल कालेज पहुंचने में औसतन 20 से 30 मिनट का वक्त लगेगा। ऐसे में पुलिस कर्मियों को डेढ़ घंटे का वक्त क्यों लगा, इसे लेकर आरोपित पुलिस कर्मियों की भूमिका पर सवाल खड़े हुए।
एसआइटी की जांच में पुलिस के दावे से मेल नहीं खा रहा सीसीटीवी फुटेज का समय
मनीष हत्याकांड में हत्यारोपित पुलिस कर्मियों ने अधिकारियों से मनीष के मौत की जितनी भी वजहें बताई हैं, एसआइटी की जांच में वह सही नहीं पाई जा रही हैं। मेडिकल कालेज व मानसी हास्पिटल में मौजूद दस्तावेज भी एक दूसरे से मेल नहीं खा रहे हैं। मानसी हास्पिटल के चिकित्सकों ने एसआइटी को जानकारी दी थी कि मनीष को जब उनके नर्सिंग होम में लाया गया था तो उसकी पल्स नहीं चल रही थी। दूसरी तरफ मेडिकल कालेज के दस्तावेज कुछ और ही बता रहे हैं।
होटल से लेकर मेडिकल कालेज तक हर कदम पर आरोपित पुलिस कर्मियों ने बोला है झूठ
ऐसे में एसआइटी टीम ने रात में मेडिकल कालेज में इमरजेंसी सहित कई दस्तावेजों की फोटो भी ली। एसआइटी की जांच में पता चला है कि होटल से लेकर मेडिकल कालेज तक आरोपित पुलिस कर्मियों ने हर कदम पर झूठ बोला है। हालांकि एसआइटी इस विषय में कुछ भी कहने से किनारा करती रही। एसआइटी के अध्यक्ष अपर पुलिस आयुक्त कानपुर आनंद कुमार तिवारी ने बताया कि अभी जांच की जा रही है। बिना जांच पूरी हुए कुछ कहा नहीं जा सकता है। एसआइटी की टीम में डीसीपी कानपुर दक्षिण रवीना त्यागी, एडिशनल डीसीपी कानपुर पश्चिम बृजेश कुमार श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।
सर्किट हाउस पर दिन भर जानकारी लेते रहे अधिकारी
सर्किट हाउस पर सोमवार सुबह 10 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक एसआइटी की टीम मानसी हास्पिटल, मेडिकल कालेज के चिकित्सकों से पूछकर घटना की जानकारी लेती रही। शाम करीब छह बजे एसआइटी एक फिर होटल कृष्णा पैलेस पर पहुंची और सभी साक्ष्यों के आधार पर आंकलन किया कि घटना की रात होटल में कया हुआ होगा।