लखीमपुर खीरी में बवाल होने के बाद अफसरों ने नही ली सीख… जलने से बचा शहर, टेबल पर जानकारी पहुंचने के बाद निष्क्रिय रहा खुफिया तंत्र
रविवार रात को किसान नेता राकेश टिकैत के नवाबगंज बार्डर से हुए मूवमेंट के साथ ही बरेली जोन को संवेदनशील घोषित किया गया। 50 हजार से अधिक जायरीनों की आमद से पहले खुफिया इकाइयों की रिपोर्ट अधिकारियों की टेबल तक पहुंची थी। इसके बावजूद अराजक तत्वों को उपद्रव का मौका दिया गया।
लखीमपुर में हुए बवाल के बाद किसान नेता राकेश टिकैत वाया पीलीभीत जाने के लिए देर रात आए थे। शासन तक किसानों के मूवमेंट को लेकर इनपुट भेजे जा रहे थे। पल-पल की गतिविधियों से लेकर लॉ एंड आर्डर बनाए रखने के संदेश शासन से जारी हो चुके थे। बावजूद इसके जायरीनों के बीच मौजूद अराजक तत्वों को भांपने में पुलिस-प्रशासन असफल साबित हुआ। बरेली में कई सालों से होने वाले दरगाह आला हजरत उर्स में पांच लाख से अधिक जायरीन देश-विदेश से इकट्ठा होते रहे, लेकिन कभी हंगामा नहीं हुआ। लखीमपुर से बिगड़े माहौल का असर कहे
लखीमपुर बवाल से अफसरों ने नहीं ली सीख…जलने से बचा शहर
लखीमुपर में बवाल के बाद बरेली जोन में भी एडीजी अविनाश चंद्र ने अलर्ट जारी किया था। उर्स-ए-रजवी में पहले से ही बेतहाशा भीड़ थी। लखीमपुर में बवाल के बाद किसानों के प्रदर्शन, सपा व अन्य दलों का प्रदर्शन भी रातो-रात तय हो गया। प्रदर्शन के बीच उर्स-ए-रजवी के बीच की स्थिति को अफसर भाप ही नहीं सके। लिहाजा, परिणाम भयानक हो गए। जमकर पत्थरबाजी हुई। स्थिति देख शहर के लोगों के बीच शहरों में हुए पुराने दंगों की चर्चा आम हो गई। गनीमत रही कि शहर जलने से बच गया। आइजी बरेली रेंज रमित शर्मा पीलीभीत में ही डेरा जमाए रहे। वहीं एडीजी अवनीश चंद्र सोमवार को पीलीभीत से वापस लौट आए।
या पुलिस से गुस्सा। एक बार फिर बरेली का माहौल बिगाड़ने की साजिश की गई।
डीएम कार्यालय बना मिनी कंट्रोल रूम, पल-पल की भेजी जाती रही रिपाेर्ट
इस्लामिया ग्राउंड पर सुबह लोगों के भड़कने के बाद एसएसपी रोहित सिंह सीधे डीएम कार्यालय पहुंचे थे। डीएम कार्यालय ही मिनी कंट्रोल रूम में तब्दील हाे गया। लखनऊ में बैठे अधिकारियों को पल-पल की जानकारी भेजी जाती रही। स्पष्ट निर्देश थे कि किसी हाल में ला एंड आर्डर को बिगड़ने नहीं देना है। डीएम नितीश कुमार किसानों के मूवमेंट को लेकर चाहते थे कि कही बार्डर पर किसी को रोका न जाए। ताकि स्थिति नियंत्रित रहे। वहीं एसएसपी रोहित सिंह सजवाण बार्डर सील रखने के पक्ष में नजर आए।