01 November, 2024 (Friday)

सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए किये जाएं पुख्ता इंतजाम-आयुक्त।

श्रावस्ती। देवीपाटन मण्डल के आयुक्त एस0वी0एस0 रंगाराव ने जिलाधिकारी टी0के0 शिबु, पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुमार मौर्य एवं मुख्य विकास अधिकारी ईशान प्रताप सिंह के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर समीक्षा बैठक की।
बैठक में आयुक्त ने बाढ़ स्थिति के बारे में जानकारी ली तथा सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए पुख्ता तैयारी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़/बरसात के पानी से पैदा होने वाली सम्भावित संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु कारगर कदम उठाया जाए, इसके लिए विशेष साफ सफाई की व्यवस्था की जाए, सेनेटाइजेशन/दवा का छिड़काव कराने के साथ ही लोगों को स्वच्छ पेयजल का प्रयोग करने हेतु लोगों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बाढ़/बरसात के दौरान घर/फसल की हुई क्षति का सर्वे कर आंकलन किया जाए, ताकि सम्बन्धित व्यक्ति को क्षतिपूर्ति मुहैया हो सके। उन्होने निर्देश दिया कि जिले में अवैध शराब न बनने पावे और न बिकने पावे। इसके लिए व्यापक निगरानी रखी जाए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने आयुक्त को अवगत कराया कि वर्ष 2021 में अब तक तीन बार राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से जनपद की दो तहसीलों (भिनगा व जमुनहा) में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई थी, लेकिन इसका प्रभाव अधिक समय तक नही रहा, और जलस्तर घटते ही बाढ़ तत्काल कम हो गई थी। पानी बढ़ने के दौरान जनपद के 29 ग्रामों की कुल 18615 आबादी प्रभावित हुई हैं। बाढ़ के दौरान कुल 13686 व्यक्तियों को लंच पैकेट वितरित किया गया, तथा 10162 व्यक्तियों का चिकित्सा विभाग द्वारा निःशुल्क इलाज कराया गया, 34980 क्लोरीन टेबलेट का वितरण चिकित्सा विभाग द्वारा किया गया तथा 2790 ओ0आर0एस0 पैकेट का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में एक एन0डी0आर0एफ0 एवं एक फ्लड पी0ए0सी0 तैनात है। तहसील जमुनहा में 01 नाव रोड के डिप पर आवागमन हेतु लगायी गयी है। बाढ़ पेट्रोलिंग टीम द्वारा सतत् निगरानी रखी जा रही है। जनपद की तीनों तहसीलों में कुल 40 बाढ राहत शिविर/शरणालय चिन्हित कर लिये गये है, जिनमें कुल 37150 व्यक्तियों की क्षमता सहित समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गयी है। जिले में 98 सरकारी नाव व 10 प्राइवेट नाव है, जिनमें कुल 89 नाविको व 11 गोताखोरों की व्यवस्था की गई है।
उन्होने बताया कि इस वर्ष 11वीं वाहिनी एन0डी0आर0एफ0 वाराणसी की एक टीम 04 रबर मोटरबोट सहित 23 जवान आये हुए है, जो तहसील इकौना अन्तर्गत सीताद्वार में कैम्प किये हुए है। इसके अतिरिक्त एक फ्लड पी0ए0सी0 गोण्डा की एक प्लाटून जनपद में तैनात है। जनपद में 08 अदद जे0सी0बी0 मय चालक, 04 क्रेन मशीन, 392 सरकारी वाहन व 26400 गैर सरकारी वाहन उपलब्ध है। आपदा उपकरण जैसे लाइफ जैकेट 131, लाइफ ब्वाय 131, स्टेªचर 131, मेगाफोन 131, सर्च लाइट 131, सेफ्टी हेलमेंट 131 व फायर एक्स्टीग्यूसर 131 कार्यालय में उपलब्ध है। वर्तमान में उक्त ग्रामों की स्थिति सामान्य हैं। नदी का जलस्तर घट गया है। वर्तमान में जनपद के किसी ग्राम मंे बाढ़ की स्थिति नहीं है।
उन्होने यह भी बताया कि बाढ़ कार्य खण्ड द्वारा नदी के कटान से प्रभावित ग्रामों के बचाव कार्य हेतु कटान रोधी कार्य कराया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित ग्रामों में बाढ़ सम्बन्धी दवाओं की किट ग्रामवार तैयार कराये जाने का निर्देश दिया गया है। पशुपालन विभाग द्वारा कुल 09 पशु शिविर चिन्हित करते हुए अब तक 288 पशुओं का निःशुल्क उपचार किया गया है एवं 2923 पशुओं का टीकाकरण कराया गया है।
उन्होंने बताया कि सभी बाढ़ चौकी प्रभारियों एवं चौकी पर तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों को डियूटी पर मुस्तैद रहने का पहले से ही निर्देश दिया गया है। इसके अलावा सभी नोडल अधिकारी एवं उपजिलाधिकारी भी अपने-अपने क्षेत्रों में दौरा कर निगरानी रखे जाने के निर्देश दिये गये है। उन्होने बताया कि जिले में 18 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है। प्रत्येक बाढ़ चौकी पर बरसात में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु दवाओं के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लागायी गयी है।
उन्होने यह भी बताया कि जनपद स्तर पर बाढ़ आपदा के प्रबन्धन एवं सूचनाओं के त्वरित सम्प्रेषण हेतु कलेक्ट्रेट स्थित कक्ष सं0 06 में बाढ़ कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। उन्होने बताया कि ग्रामवासी बाढ़ सम्बन्धी किसी भी प्रकार की सहायता हेतु कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 7068141308  एवं 7068143779 पर सम्पर्क कर अपनी समस्या बता सकते है। यह कन्ट्रोल रूम 24×7 अनवरत क्रियाशील है।
इस दौरान आयुक्त ने कोविड-19 की समीक्षा करते हुए कहा कि कोविड-19 वैक्सीनेशन अधिक से अधिक कराया जाए। प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 के रोकथाम हेतु दिए गए आदेशों का कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक सभी सम्बंधित विभागीय अधिकारी अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करें, ताकि कोरोना के संक्रमित मरीज किसी भी दशा में बढ़ने न पावे, और जनपद को कोरोना बीमारी से मुक्ति मिल सके। आयुक्त ने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि वे अपना वैक्सीनेशन अवश्य करायें। क्योंकि वैक्सीनेशन से ही इस रोग से सुरक्षा मिल सकती है। उन्होने कहा कि यह टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है, इसे लगवाने से कोई दुष्प्रभाव नही पड़ता है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी कमलेश चन्द्र, उपजिलाधिकारी भिनगा राजेश कुमार मिश्रा, उपजिलाधिकारी प्रवेन्द्र कुमार, उपजिलाधिकारी शिवध्यान पाण्डेय, प्रशिक्षु उपजिलाधिकारी मोहित यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी हौसला प्रसाद, तहसीलदार भिनगा श्रीराम प्यारे, तहसीलदार नारायण सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 मुकेश मातेन हेलिया, अधिशासी अभियंता पी0डब्ल्यू0डी0 एस0के0 हरित, अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खण्ड विनोद कुमार गुप्ता, अधिशासी अभियंता विद्युत दिनेश पाल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 जयइन्द्र सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम, जिला समाज कल्याण अधिकारी राकेश रमन, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के टीम कमाण्डर धीरेन्द्र उपाध्याय, सहायक उप निरीक्षक रोशन सिंह, टीम के सदस्य क्रमशः शिवलाल, राजेश कुमार यादव, सौरभ पाल, रवि कुमार, अनिल कुमार, बृजेश कुमार, पवन शर्मा, भुवनेश सहित सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।

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