IAF Day: जमीन से आसमान तक भारतीय वायुसेना ने दिखाई ताकत
भारतीय वायुसेना आज अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है। हमारी वायुसेना दुनिया की सबसे ताकतवर वायुसेनाओं में शामिल है। इसने न सिर्फ युद्ध में दुश्मनों के दांत खट्टे करने में अहम भूमिका निभाई बल्कि शांतिकाल में भी मदद करने में हमेशा आगे रही।
वायु सेना ने अनेकों बार अपने पराक्रम से भारत को गौरवान्वित किया है। हर बार वायुसेना दिवस के मौके पर शानदार परेड और भव्य एयर शो का आयोजन होता है। इस बार भी गाजियाबाद के हिंडन बेस पर वायुसेना अपने शौर्य का प्रदर्शन किया।
वायुसेना के एक से एक विमान और जवान हवा में हैरतअंगेज करतब दिखाते दिखे। आयोजन में इस बार कुल 56 एयरक्राफ्ट हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें राफेल, जगुवार, तेजस समेत सुखोई और मिराज भी शामिल हैं। पिछले साल एयरक्राफ्ट की संख्या 51 ही थी।
इस बार फ्रांस से आया राफेल परेड का आकर्षण है। वायु सेना ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राफेल 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। दोहरे इंजन ओम्नीरोल के साथ हवाई टोही, सटीकता से वार, जहाज रोधी और परमाणु संपन्न, हथियारों से लैस है।
8 अक्टूबर 1932 को वायुसेना की स्थापना की गई थी इसीलिए हर साल 8 अक्टूबर वायुसेना दिवस मनाया जाता है। देश के स्वतंत्र होने से पहले वायुसेना को रॉयल इंडियन एयर फोर्स (आरआईएएफ) कहा जाता था।
1 अप्रैल 1933 को वायुसेना का पहला दस्ता बना जिसमें 6 आएएफ-ट्रेंड ऑफिसर और 19 हवाई सिपाहियों को शामिल किया गया था। आजादी के बाद वायुसेना के नाम में से “रॉयल” शब्द को हटाकर सिर्फ “इंडियन एयरफोर्स” कर दिया गया था। भारतीय वायुसेना ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भी अहम भूमिका निभाई थी।
भारतीय वायुसेना आज अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है। हमारी वायुसेना दुनिया की सबसे ताकतवर वायुसेनाओं में शामिल है। इसने न सिर्फ युद्ध में दुश्मनों के दांत खट्टे करने में अहम भूमिका निभाई बल्कि शांतिकाल में भी मदद करने में हमेशा आगे रही।
वायु सेना ने अनेकों बार अपने पराक्रम से भारत को गौरवान्वित किया है। हर बार वायुसेना दिवस के मौके पर शानदार परेड और भव्य एयर शो का आयोजन होता है। इस बार भी गाजियाबाद के हिंडन बेस पर वायुसेना अपने शौर्य का प्रदर्शन किया।
वायुसेना के एक से एक विमान और जवान हवा में हैरतअंगेज करतब दिखाते दिखे। आयोजन में इस बार कुल 56 एयरक्राफ्ट हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें राफेल, जगुवार, तेजस समेत सुखोई और मिराज भी शामिल हैं। पिछले साल एयरक्राफ्ट की संख्या 51 ही थी।
इस बार फ्रांस से आया राफेल परेड का आकर्षण है। वायु सेना ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘राफेल 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। दोहरे इंजन ओम्नीरोल के साथ हवाई टोही, सटीकता से वार, जहाज रोधी और परमाणु संपन्न, हथियारों से लैस है।