Covid-19 Stay Active 22 Hr on Hand: मुनासिब तापमान में कोविड-19 हाथों पर 22 घंटों तक जिंदा रह सकता है इसलिए सावधान हो जाइए- रिसर्च
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस का प्रसार तेजी से जारी है, इसकी रोकथाम के लिए अभी कोई वैक्सीन तैयार नहीं हुई है। हम सभी जानते हैं कि कोरोना से बचना है तो हाथों को बार-बार वॉश करना होगा। covid-19 वायरस आपके हाथों से ही आपकी बॉडी में प्रवेश करता है। हम सभी जानते हैं कि SARS-CoV-2 वायरस से COVID-19 के लिए जिम्मेदार है। अभी तक कई शोध हो चुके है, जिनमें ये बात सामने आईं है कि वायरस किस सतह पर कितनी देर तक जीवित रह सकता है। वैज्ञानिक इस बात की खोज कर रहे हैं कि ये वायरस इनसान की स्किन पर कितनी देर तक जीवित रह सकता है।
त्वचा पर कोविड-19 वायरस का ठहराव:
वैज्ञानिकों ने लैब परीक्षण में इन्फलुएंजा और कोरोना वायरस के त्वचा पर ठहरने का तुलनात्मक अध्ययन किया है। शोध में वैज्ञानिकों ने निष्कर्ष निकाला है कि आपकी त्वचा कोरोना वायरस की सबसे बड़ी वाहक हो सकती है। यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ इफेक्शियस डिजीज ने जुलाई में शोध में पाया कि त्वचा खासकर हाथ की त्वचा पर कोरोना वायरस आठ घंटे से 14 दिनों तक रह सकता है। त्वचा पर कोरोना वायरस के रहने में तापमान की बड़ी भूमिका होती है।
कोविड-19 के प्रसार के लिए मुनासिब तापमान
शोध के मुताबिक ये वायरस स्किन पर 37 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर आठ घंटे तक जिंदा रह सकता है। अगर इस वायरस को 22 डिग्री सेल्सियस का तापमान मिले तो ये स्किन पर 22 घंटे तक रह सकता है। वहीं 4 डिग्री सेल्सियत तापमान पर कोरोना वायरस के रहने की मुद्दत 14 दिनों की हो सकती है। सर्दी आ रही है जो इस वायरस के प्रसार के लिए माकूल मौसम है।
सर्द मौसम में ज्यादा समय तक स्किन पर रूकेगा वायरस:
अध्ययन के मुताबिक सर्द मौसम में या कम तापमान में ये वायरस स्किन पर ज्यादा समय तक रूकेगा। शोध को ‘क्लीनिकल इंफेक्शीसियस डिजीज’ में प्रकाशित किया गया है, जिसमें इन्फलुएंजा वायरस और कोरोना वायरस का अध्ययन कर बताया गया है कि त्वचा पर कोरोना वायरस नौ घंटे तक रहता है। जबकि इन्फलुएंजा वायरस त्वचा पर रहने के दो घंटे बाद निष्क्रिय हो जाता है।
वायरस का प्रसार:
हम सभी जानते हैं कि वायरस मुंह, नाक और आंख के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। यदि आप अपने हाथों से किसी ऐसी जगह को छूते है जहां वायरस है तो ये वायरस आपके हाथों के जरिए आपकी बॉडी में प्रवेश कर जाता है।
हैंड सैनिटाइजर:
अध्ययन के मुताबिक कोविड-19 से बचने के लिए 80 फीसद एथनॉल वाले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया गया तो इन्फलुएंजा वायरस और कोरोना वायरस त्वचा से 15 सेकंड के अंदर दूर हो गए।
शोधकर्ताओं के मुताबिक 80 फीसद अल्कोहल युक्त हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल शरीर के अंगों में दाखिल होने से पहले वायरस को खत्म करने में कारगर साबित हुआ। शोधकर्ताओं के मुताबिक साबुन और पानी से दो मिनट तक हाथ धोना भी कोरोना से बचाव में मददगार है। कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए नियमत हाथ की साफ-सफाई करनी चाहिए।