निगम ने शुरु कराया विद्युत शवदाह गृह में शवों का अंतिम संस्कार
सहारनपुर। नुमायश कैंप शमशान में नगर निगम द्वारा आईटीसी के सहयोग से बनवाया गया विद्युत शवदाह गृह ब्रहस्पतिवार से शवों के अंतिम संस्कार के लिए खोल दिया गया। पहला अंतिम संस्कार ब्रहस्पतिवार को एक लावारिस शव का किया गया।
नगर निगम द्वारा सहारनपुर के नुमायश कैंप स्थित श्मशान परिसर में आईटीसी के सहयोग से विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कराया है ताकि लावारिस शवों का सम्मान जनक संस्कार होने के साथ ही अन्य शवों का भी शीघ्र अंतिम संस्कार कार्य किया जा सके। निर्माण कार्य और बिजली कनेक्शन आदि सभी व्यवस्थाएं पूर्ण होने के बाद आज यह विद्युत शवदाह गृह शवों के अंतिम संस्कारों के लिए खोल दिया गया। इस शवदाह गृह में प्रथम संस्कार एक लावारिस शव का किया गया। यह शव रेलवे यार्ड में गत दिवस टेªन की पटरी के पास पुलिस को मिला था।
बाद में मेयर संजीव वालिया ने पत्रकारों को बताया कि नगर निगम ने आईटीसी के सहयोग से जनहित में इस विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कराया है। आईटीसी द्वारा मशीन के लिए 53 लाख रुपये का सहयोग दिया गया है जबकि प्लेट फॉर्म और शेड आदि का निर्माण नगर निगम द्वारा कराया गया है। विद्युत व्यवस्था के लिए दस किलोवाट का कनेक्शन लेने के साथ ही आपातकालीन स्थिति के लिए 25 केवीए का जनरेटर भी लगाया गया है।
नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि सहारनपुर को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में नगर निगम ने वृक्षारोपण से लेकर विद्युत शवदाह गृह के निर्माण तक का कार्य किया है। विद्युत शवदाह गृह इको फ्रेंडली है। इसमें 50 मिनट में शव का पूर्ण संस्कार कार्य संपन्न हो जाता है। विद्युत शवदाह गृह के निर्माण से जहां कम समय में शवों का प्रदूषण रहित अंतिम संस्कार हो सकेगा वहीं लावारिस शवों का भी सम्मानजनक अंतिम संस्कार हो सकेगा। उन्होंने बताया कि अन्य श्मशानों में भी विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कराने की योजना निगम की है।
इस मौके पर नगर स्वास्थय अधिकारी डॉ.कुनाल जैन, आईटीसी इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष बालकृष्ण अरोड़ा, कैप्टन रौनी, प्रोग्राम ऑफिसर पामीश व सचिन काम्बले, नुमायश कैंप शमशान समिति के अध्यक्ष कृष्णलाल ठक्कर, महामंत्री राजकुमार जौली, पार्षद रमेश छाबड़ा, दीपक अनेजा, सुमित अरोड़ा व दर्शनलाल कोचर आदि शामिल रहे।