कोरोना के नए वैरिएंट ‘XE’ को लेकर भारत अलर्ट, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की विशेषज्ञों के साथ अहम बैठक
घातक कोरोना वायरस रूप बदल-बदलकर वापस आ रहा है। इस क्रम में ओमिक्रोन के बाद अब नया वैरिएंट XE है जो देश में दस्तक दे चुका है। दुनिया में इस नए वैरिएंट से पहला संक्रमित ब्रिटेन में मिला और भारत में पहले संक्रमण का मामला महाराष्ट्र के मुंबई में दर्ज हुआ। इस वैरिएंट को लेकर एहतियातन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार को देश के शीर्ष विशेषज्ञों के साथ बैठक की। इसमें कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘XE’पर चर्चा हुई। साथ ही इस नए वैरिएंट के अध्ययन व मानिटरिंग की व्यवस्था को मजबूत बनाने पर भी विचार किया गया। इस बैठक में NITI आयोग के सदस्य वी के पाल, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, AIIMS निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया, ICMR डायरेक्टर जनरल डा बलराम भार्गव, NTAGI प्रमुख डा. एन के अरोड़ा व मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
मुंबई में आया था पहला मामला
देश में कोरोना वायरस के ‘XE’ वेरिएंट का पहला मामला महाराष्ट्र में आया था और दुनिया में इस वैरिएंट का पहला मामला ब्रिटेन में मिला था। विशेषज्ञों का मानना है कि यह नया वैरिएंट ओमिक्रोन की तुलना में 10 गुना अधिक संक्रामक है। बृहन्मुंबई नगरपालिका के एक अधिकारी ने बताया था कि जीनोम सीक्वेंसिंग लैबोरेटरी में 11वें बैच के 376 नमूनों की सीक्वेंसिंग में इस नतीजे का पता चला। इसके अलावा कप्पा वैरिएंट का भी एक मामला सामने आया। मुंबई भेजे गए 230 नमूनों में से 228 ओमिक्रोन के थे जबकि एक कप्पा और ‘XE’ वैरिएंट का था।
रूप बदलने के साथ अधिक खतरनाक हो रहा कोरोना वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वैरिएंट्स में बदलाव के बाद जो नया रूप बनता है वह पहले की तुलना में अधिक संक्रामक होता है। कोरोना वायरस का यह नया वैरिएंट XE ओमिक्रोन का सबवैरिएंट है। इससे पहले ओमिक्रोन के दो वैरिएंट BA1 ओर BA2 सामने आ चुके हैं और नए वैरिएंट XE के बारे में कहा जा रहा है कि यह इन्हीं पुराने दोनों वैरिएंट से मिलकर बना है। जांच के दौरान इसकी पहचान करना भी मुश्किल है और इसलिए इसे ‘स्टील्थ वैरिएंट’ कहा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि बदलाव के बाद जो नया रूप बना है, वह पहले वाले रूपों की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकता है।