कंपनी प्रतिनिधियों के साथ प्रोजेक्ट पर चर्चा करते नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह व निगम और जलनिगम के अधिकारी वेस्ट बिल्डिंग मैटेरियल से बनेंगी इंटर लाकिंग टायल्स आठ करोड़ की लागत से लगेगा बेहट रोड पर संयत्र गाजियाबाद की कंपनी से पीपीपी मोड पर होगा करार
सहारनपुर। सहारनपुर महानगर को जीरो वेस्ट बनाने की दिशा में नगर निगम एक ओर बड़ा कदम उठाने जा रहा है। बिल्डिंग और कंस्ट्रक्शन के यहां-वहां पड़े वेस्ट मैटिरियल को रिसाइक्लिंग कर उससे इंटर लाकिंग टायल, रोड़ी और डस्ट बनायी जायेगी। इसके लिए नगर निगम एक कंपनी के साथ पीपीपी मोड पर करार कर संयत्र लगायेगा। पीपीपी मोड पर संयत्र लगाने के लिए कंपनी और नगर निगम के बीच सैद्धांतिक सहमति बन गयी है।
नगर निगम में शुक्रवार को गाजियाबाद की एक कंपनी वत्स रियल टेक के साथ नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह के अलावा निगम, जल निगम, जलकल व एसडीए के अधिकारियों ने प्रोजेक्ट पर चर्चा करते हुए प्रोजेक्ट की लागत, तकनीकी पक्ष तथा प्रोजेक्ट के लिए आवश्यक भूमि आदि अनेक तकनीकी मुद्दों पर चर्चा की। कंपनी की प्रबंध निदेशक अर्चना शर्मा तथा विशेषज्ञ सुमित शर्मा व आशीष शर्मा ने बताया कि उनकी कंपनी गाजियाबाद में पहले से ही बिल्डिंग और कंस्ट्रक्शन के वेस्ट मैटिरियल को रिसाइक्लिंग कर उससे निर्माण के पुर्नउपयोग के लिए मैटिरियल तैयार करती है। कंपनी ने बताया कि उनके प्रोजेक्ट लगाने पर करीब आठ करोड़ रुपये की लागत आयेगी।
नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि वत्स रियलटेक कंपनी बिल्डिंग और कंस्ट्रक्शन के वेस्ट मैटिरियल को रिसाइक्लिंग कर उससे इंटर लाकिंग टायल, रोड़ी और डस्ट बनाती है। नगर निगम कंपनी को भूमि उपलब्ध करायेगा। जिस पर कंपनी पीपीपी मोड पर अपना संयत्र लगायेगी। कंपनी और निगम के बीच अभी शर्ते तय नहीं हुयी है लेकिन संयत्र लगाने पर सैद्धांतिक सहमति बनी है। कंपनी को डीपीआर बनाने के लिए कहा गया है ताकि औपचारिकताएं पूरी कर इस प्रोजेक्ट को जल्दी से जल्दी शुरु किया जा सके। उन्होंने बताया कि कंपनी ने संयत्र के लिए बेहट रोड पर भूमि का सर्वेक्षण कर लिया है। नगरायुक्त ने बताया कि इस संयत्र के लग जाने से महानगर में यहां वहां वेस्ट बिल्डिंग मैटेरियल पड़ा नजर नहीं आयेगा उसे रिसाइक्लिंग कर उसका सद्उपयोग हो सकेगा।
बैठक में महाप्रबंधक जलकल मनोज आर्य, मुख्य अभियंता निर्माण कैलाश सिंह, अधिशासी अभियंता निर्माण आलोक श्रीवास्तव, नगर स्वास्थय अधिकारी डॉ.कुनाल जैन, एई जलनिगम वेदपाल सिंह, निगम के पर्यावरण प्लानर उमर सैफ आदि शामिल रहे।