मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लोकभवन मे हुआ शुभारम्भ, किया गया सीधा प्रसारण कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चे न समझें असहाय, सरकार करेगी हर उपाय
कुशीनगर। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साथ पाकर गुरुवार को सूबे के उन 4050 बच्चों का दुःख-दर्द हमेशा-हमेशा के लिए दूर हो गया जो कोविड-19 के चलते अपने माता-पिता दोनों या किसी एक को खोकर खुद को अनाथ और असहाय महसूस कर रहे थे ।
वक्त था राजधानी के लोक भवन सभागार में इन बच्चों के संरक्षण, शिक्षा और सुरक्षा को लेकर शुरू की गयी उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के विधिवत शुभारम्भ का । योजना से लाभान्वित होने वाले बच्चों में सूबे के 240 ऐसे बच्चे थे जो कोरोना संक्रमण के चपेट मे आने से अपने माता-पिता के साये से मरहुम हो गये है जबकि 3810 बच्चों ने दोनों मे से किसी एक को खोया है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने बटन दबाव कर योजना की शुरुआत की जिसका सीधा प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार मे किया गया। इस दौरान कुशीनगर जनपद के 25 प्रभावित बच्चो को आर्थिक सहयोग धनराशि के स्वीकृति पत्र प्रदान किए गये। इस दौरान दर्जा प्राप्त राज्य राजेश्वर सिंह, लाल बाबू बाल्मिकी, मंत्री श्रम स्वामीप्रसाद मौर्य के प्रतिनिधि श्रीराम , जिलाधिकारी एस राजलिंगम, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दीपाली सिन्हा इस सुनहरे पल के साक्षी बने। दर्जा प्राप्त मंत्री राजेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की छोटे बच्चों के प्रति संवेदनशीलता, मुसहर समाज के विकास के प्रति किए गए प्रयास एंव जलजनित बीमारी इंसेफेलाइटिस के प्रति की संवेदना की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की महत्ता पर प्रकाश डाला। डीएम श्री लिंगम ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत चयनित जनपद के 25 बच्चों को चार रूपए प्रतिमाह की दर से आर्थिक सहायता प्रदान की जायेंगी। जिलाधिकारी ने संबोधित करते हुए कहा कि कोविड की दूसरी लहर में कुछ लोगो को अपने निकटतम परिवार जनों को खोना पड़ा है। सरकार उनके प्रति संवेदनशील है । इस योजना से कोविड अनाथ बच्चों को 4 हजार रुपये की राशि देखभाल के लिए दी जाएगी। इनके दुःख की प्रतिपूर्ति तो नहीं की जा सकती लेकिन इस धनराशि से कुछ हद मदद हो सकती है इसको ध्यान मे रखते हुए मुख्यमंत्री द्वारा इस योजना का शुभारंभ किया गया है।
इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी विजय पांडेय, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्रीमती दीपाली सिन्हा, श्रीमती कल्पना, अंजलि पांडेय आदि मौजूद थे।