Bird Flu: प्रवासी पक्षियों से बर्ड फ्लू फैलने का खतरा, गोरखपुर में अलर्ट



अभी तक दूसरे प्रदेशों में फैले बर्ड फ्लू को लेकर एहतियात बरता जा रहा था। अब कानुपर व लखनऊ के चिडिय़ाघर में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। इससे सूबे के और जिलों में खतरा बढ़ गया है। शासन से पहले ही जारी अलर्ट को लेकर अब निगरानी और बढ़ा दी गई है। पशु पालन विभाग ने पोल्ट्री फार्म संचालकों को अलर्ट मोड में रहकर मुर्गियों की सेहत की निगरानी करने को कहा है। प्रवासी पक्षियों की प्रतिदिन की जानकारी वन विभाग से ली जा रही है। पशु पालन विभाग ने वन विभाग को इसको लेकर पहले ही अलर्ट जारी कर चुका है।
पोल्ट्री फार्म संचालकों को दी गई सख्त हिदायत
प्रवासी पक्षियों से बर्ड फ्लू फैलने का खतरा अधिक होने के कारण इन पर नजर रखी जा रही है। पोल्ट्री फार्म संचालकों को सख्त हिदायत दी गई है कि जो भी मुर्गा या मुर्गी बीमार हों उन्हेंं तत्काल आइसोलेट कर दिया। इनके बीमार होने की जानकारी भी तत्काल संबंधित पशु चिकित्साधिकारी या मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दी जाए। जिससे जांच के लिए तत्काल सैम्पल लिया जा सके। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डीके शर्मा ने बताया कि कि बर्ड फ्लू को लेकर पशु पालन विभाग पूरी तरह से तैयार है। सभी पशु चिकित्साधिकारी पोल्ट्री फार्मर के संपर्क में हैं। प्रतिदिन उनसे अपडेट ली जा रही है। उनके द्वारा उठाए जा रहे एहतियाती कदमों की निगरानी की जा रही है। पोल्ट्री संचालकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
बाहरी लोगों के आवाजाही पर रहेगी रोक
पशु चिकित्सा विभाग ने पोल्ट्री फार्मर को फार्म पर बाहरी लोगों के आवाजाही पर सख्ती बरतने का निर्देश दिया है। पोल्ट्री फार्म के चारों तरफ चूना डालकर लक्ष्मण रेखा बनाना होगा। साथ ही फिनायल आदि का छिड़काव करना होगा जो बीमारी से बचाव में मददगार साबित होगा।
ऐसे इंसानों में पहुंच सकता है वायरस
डा. राजेश कुमार के मुताबिक जब कोई पक्षी इस फ्लू से प्रभावित होता है और इंसान उसके यूरिन और स्टूल के संपर्क में जाता है तो उससे यह वायरस इंसान तक पहुंच जाता है। बर्ड फ्लू संक्रामक बीमारी है इसलिए कहीं भी कोई पक्षी मरा हुआ दिखे तो उससे दूर रहें।
बर्ड फ्लू के लक्षण
खांसी
जुकाम
थकान
गले में सूजन
मांसपेशियों में दर्द
दस्त होना
सांस लेने में दिक्कत