बायोलाजिकल ई के 6.5 करोड़ कार्बेवैक्स टीके को मिली मंजूरी, 12 से 18 साल के बच्चों को लगेगा टीका
देश में कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। इसी बीच कोरोना महामारी के खिलाफ देश को बड़ी सफलता मिली है। केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला कसौली (सीडीएल) ने सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावकारिता मानकों के आधार पर बायोलाजिकल ई की COVID-19 वैक्सीन कार्बेवैक्स की लगभग 6.5 करोड़ खुराक को मंजूरी दे दी है। सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि, देश के केंद्रीय दवा प्राधिकरण बायोलाजिकल ई की कोरोना वैक्सीन कार्बेवैक्स को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे दी है। इसे 12 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों दिया जाएगा।
दरअसल, बायोलाजिकल ई के अनुसार, कार्बेवैक्स वैक्सीन की दो खुराक 28 दिनों के भीतर दी जाएगी। इसके अलावा इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर सुरक्षित रखा जाएगा। बायोलाजिकल ई ने देश में वयस्कों के लिए कार्बेवैक्स वैक्सीन के पहले, दूसरे और तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण किए। इसके अलावा, उन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन पर श्रेष्ठता का मूल्यांकन करने के लिए तीसरे चरण का सक्रिय तुलनात्मक नैदानिक परीक्षण किया था।
इससे पहले सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर एएनआइ को बताया कि केंद्र सरकार ने पांच करोड़ बायोलाजिकल ई की वैक्सीन कार्बेवैक्स का आर्डर दिया है। केंद्र सरकार ने अगस्त 2021 में 30 करोड़ कार्बेवैक्स खुराक के लिए एक आदेश दिया था। हैदराबाद स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी बायोलाजिकल ई को सोमवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) से COVID-19 वैक्सीन कार्बेवैक्स के लिए 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बीच आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल गई है। यह COVID-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। कार्बेवैक्स, कोवेक्सिन के बाद दूसरा टीका होगा। जिसे 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है।
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, पिछले 24 घंटों में 35.50 लाख से अधिक डोज लगाई गई है। भारत का COVID-19 टीकाकरण अभियान 175.83 करोड़ (1,75,83,27,441) से अधिक हो गया है।