वेट लॉस के साथ आपके बैली फैट को भी कम करने में बहुत ही असरदार हैं ये 5 एक्सरसाइज़
रोज़ाना एक्सरसाइज़ करके आप लंबे समय तक हेल्दी लाइफ एंजॉय कर सकते हैं। डायबिटीज़ से लेकर हार्ट, हड्डियों से जुड़ी बीमारियां आपके आसपास भी नहीं फटकती। वर्कआउट्स आपकी एनर्जी और स्ट्रेंथ बढ़ाने का भी काम करते हैं। लेकिन अगर आप वर्कआउट्स का सहारा वजन कम करने के साथ बैली को फ्लैट बनाने के लिए लेना चाहती हैं तो आपको कुछ खास वर्कआउट्स पर ही फोकस करना होगा। तो कम समय में बेहतर रिजल्ट्स देते हैं। तो आज हम यहां ऐसे ही कुछ ऑप्शन्स के बारे में जानेंगे।
रस्सी कूदना
रस्सी कूदना हमेशा से ही वेट लॉस और फ्लैट बेली पाने का सबसे असरदार ऑप्शन रहा है। ये एक बहुत ही अच्छी कॉर्डियो एक्सरसाइज है जिसमें आपकी अपर और लोअर दोनों बॉडी इंगेज रहती है और इसकी मदद से बहुत जल्द और काफी सारी कैलरी को बर्न किया जा सकता है। बस इसे शुरू करने से पहले वॉर्मअप जरूर कर लें और जल्द असर के लिए 30-30 सेकेंड के कम से कम तीन सेट जरूर पूरा करें।
पुश-अप्स
अगर आप सोचते हैं कि पुशअप्स सिर्फ अपर बॉडी वर्कआउट है तो ये कहीं से गलत नहीं लेकिन साथ ही साथ ये आपकी कोर स्ट्रेंथ को भी बढ़ाता है। मेटाबॉलिज्म सुधारने के साथ फैट बर्निंग के लिए भी ये बहुत ही असरदार वर्कआउट है। शुरुआत में 5-10 बार करना काफी रहेगा लेकिन स्ट्रेंथ बढ़ने के साथ आप इसके सेट्स बढ़ा सकते हैं।
लंजेस
इस क्रम में एक और बेहतरीन वर्कआउट शामिल है जिसे करके आप फ्लैट टमी पाने के साथ मोटापा कम करने की चाहत भी पूरी कर सकते हैं और वो है लंजेस। लोअर बॉडी को टॉरगेट करने वाला ये वर्कआउट आपके मेटाबॉलिज्म पर भी काम करता है। लंजेस पैर ओर हिप्स भी टोन्ड करता है।
बर्पीज़
बर्पीज़ वेट लॉस के लिए बहुत ही असरदार एक्सरसाइज़ेस में से एक है क्योंकि इसे करने के दौरान आपका चेस्ट, पैर और पेट की मसल्स सब एक साथ इंगेज रहते हैं। इससे आपके पूरी बॉडी एक्टिव हो जाती है और इसे करके आप काफी सारी कैलरीज़ एक साथ बर्न कर सकते हैं। स्क्वॉट, जंप और पुशअप्स तीन वर्कआउट्स से मिलकर बनी बर्पीज़ को करने के लिए आपको अच्छी-खासी स्ट्रेंथ की जरूरत होती है।
किक बॉक्सिंग
किक-बॉक्सिंग भी हाई-एनर्जी वर्कआउट है जिसमें कॉर्डियो के साथ मार्शल आर्ट भी शामिल होता है। जो बहुत तेजी से मोटापा कम करता है और स्टेमिना बढ़ता है। इसकी मदद से तेजी से कैलरी बर्न की जा सकती है साथ ही बॉडी भी टोन होती है। तो हफ्ते में कम से कम तीन दिन आधे से एक घंटे का समय इसके लिए जरूर निकालें।