जिंदगीभर कैंसर से बचना चाहते हैं, तो आज ही खाने-पीने की 4 चीजों से कर लें तौबा
अगर आप भी प्रोसेस्ड फूड्स के साथ एल्कोहल वाली ड्रिंक्स पीना पसंद करते हैं, तो आपको सावधान होने की जरूरत है. ऐसा करने से आपकी जान मुसीबत में फंस सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो मीट, शराब में मिलाए जाने वाले रसायन, अत्यधिक चीनी और फैट का सेवन करने से आंत, ब्रेस्ट और लिवर कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. इन चीजों को कार्सिनोजेन की कैटेगरी में रखा जाता है, जिससे आप जानलेवा कैंसर का शिकार बना सकते हैं. जानकारों का मानना है कि आप खाने-पीने की कुछ चीजों से दूरी बना लें, तो कैंसर का खतरा कम हो सकता है.
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार यह तो संभव नहीं है कि आप कैंसर का खतरा बढ़ाने वाली सभी चीजों को अवॉइड कर सकें, लेकिन कई चीजों से आप आसानी से दूरी बना सकते हैं. इनमें प्रोसेस्ड मीट, शराब, रेड मीट, शुगरी और फ्राइड फूड्स शामिल हैं. इन चीजों का सेवन अधिकतर लोग करते हैं, जिससे कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के आंकड़े बताते हैं कि साल 2020 में कैंसर की वजह से दुनियाभर में करीब 1 करोड़ लोगों की मौत हुई थी. खास बात यह है कि कई तरह के कैंसर से बचा जा सकता है और सही समय पर पता लगाकर इन्हें इलाज के जरिए ठीक भी किया जा सकता है.
ये 4 चीजें करें अवॉइड, कम होगा कैंसर का खतरा
प्रोसेस्ड मीट- विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप कैंसर के खतरे को कम करना चाहते हैं तो प्रोसेस्ड मीट को अलविदा कह दें. सॉसेज, बेकन, हॉट डॉग प्रोसेस्ड मीट का उदाहरण हैं. ये उन खाद्य पदार्थों में से एक हैं, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं. प्रोसेस्ड मीट किसी भी जानवर का मांस है, जिसको लंबे समय तक खाने लायक बनाए रखने के लिए नाइट्रेट जैसे प्रिजर्वेटिव इस्तेमाल किए जाते हैं. इस मीट को क्योरिंग, स्मोकिंग और साल्टिंग के जरिए भी प्रोसेस्ड किया जा सकता है.
एल्कोहल- शराब पीने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. हर तरह की एल्कोहल वाली ड्रिंक्स मुंह, गले, ब्रेस्ट, लिवर और बाउल कैंसर का खतरा बढ़ा देती हैं. शराब की थोड़ी मात्रा भी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती है, इसलिए लोगों को शराब नहीं पीनी चाहिए. जब शरीर में शराब अवशोषित हो जाती है, तो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है और उन्हें डैमेज को रिपेयर करने से रोकती है. शराब शरीर में रासायनिक संकेतों को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे कोशिकाओं के विभाजित होने की संभावना बढ़ जाती है. इसकी वजह से कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है.
रेड मीट- प्रोसेस्ड मीट की तरह रेड मीट भी कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है. कई अध्ययनों में रेड मीट खाने और कुछ प्रकार के कैंसर के बीच संबंध देखा गया है. ऐसा माना जाता है कि रेड मीट खाने से कोलन, पेट और पैनक्रियाटिक कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन रेड मीट प्रोसेस्ड मीट की तरह कोलन कैंसर के खतरे से मजबूती से जुड़ा नहीं है. यह 2ए कार्सिनोजेन है, इसलिए कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है. हालांकि शोधकर्ता अभी भी स्टडी कर रहे हैं कि रेड मीट कैंसर का कारण कैसे बनता है.
शुगरी और फ्राइड फूड्स – हम सभी जानते हैं कि जंक फूड हमारे लिए अच्छा नहीं है. चीनी युक्त मिठाइयां और अन्य मीठे खाद्य पदार्थ उस सूची में हैं, जिनसे कैंसर विशेषज्ञ परहेज करने की सलाह देते हैं. एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि लोग अधिक प्रोसेस्ड, अधिक सैचुरेटेड फैट, शुगर और नमक वाला भोजन कम खाएं. इसमें केक, बिस्कुट, पेस्ट्री, क्रिस्प्स, शुगरी ड्रिंक्स और पिज्जा और बर्गर जैसे फास्ट फूड अवॉइड करें. इन फूड्स में आवश्यक पोषक तत्व नहीं होते हैं, इन्हें कभी-कभार और कम मात्रा में ही खाना चाहिए.