World No-Tobacco Day 2023: जहर नहीं, फसल उगाएं! जीवन को खुशहाल बनाएं
तंबाकू, जानलेवा है। ये सुन-सुनकर, पढ़-पढ़कर हम और आप बड़े हुए हैं। लेकिन, आज भी एक बड़ी आबादी इसका सेवन करती है और फेफड़ों और मुंह के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से अपनी जान गंवा देती है। इस स्थिति का अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि दुनिया की 3.5 मिलियन हेक्टेयर जमीन पर तंबाकू की खेती हो रही है तो, सोचिए इसकी मांग कितनी होगी। ये डेटा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का है और इसी के तहत WHO ने दुनियाभर में एक संदेश जारी किया है।
जहर नहीं, फसल उगाएं-We need food, not tobacco: WHO
इस बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक रिपोर्ट जारी की है और इसमें बताया है कि बीते सालों में दुनियाभर में तंबाकू की खेती कितनी बढ़ी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दुनिया भर में लगभग 3.5 मिलियन हेक्टेयर भूमि हर साल तंबाकू उगाने के लिए परिवर्तित की जा रही है। इतना ही नहीं तंबाकू उगाना एक वर्ष में 200 000 हेक्टेयर वनों की कटाई में योगदान देता है।
तंबाकू की खेती के बाद जमीन हो रही है जहरीली
तंबाकू की खेती के बाद जमीन भी जहरीली हो रही है। दरअसल, तंबाकू की खेती के लिए कीटनाशकों और उर्वरकों के भारी उपयोग किया जाता है जो मिट्टी के क्षरण में योगदान करते हैं। इससे जमीन बंजर हो सकती है। दरअसल, तंबाकू उगाने के लिए उपयोग की जाने वाली भूमि में अन्य फसलों, जैसे कि अनाज उगाने की क्षमता कम हो जाती है क्योंकि तंबाकू मिट्टी की उर्वरता को कम कर देता है।
तंबाकू का सेवन बंद करें
इतना ही नहीं अन्य कृषि गतिविधियों की तुलना में जैसे कि मक्का उगाना और यहां तक कि पशुओं को चराना, तंबाकू के खेतों में नहीं किया जा सकता। इसलिए तंबाकू न उगाएं। साथ ही जो लोग इसका सेवन कर रहें है, इसी पूरी तरह से बंद करें क्योंकि जीवन कीमती है और तंबाकू इसे निगल जाएगा।